पिछले ब्लॉग पोस्ट में हमने 9 mm पिस्टल की सुरक्षा , खोलना ,जोड़ना, भरना और खाली करना के बारे जानकारी प्राप्त की और अब इस इंटीग्रेटेड वेपन ट्रेनिंग के इस लेसन में हम 9 mm पिस्टल का फायर करने का इंटीग्रेटेड वेपन ट्रेनिंग के लेसन को सरल शब्दों में जाएँगे (9 mm Pistol ka fire karne ka IWT saral shabdo me ) ! इस पोस्ट को आसान बनानके लिए हमने इसे कांस्टेबल के बेसिक ट्रेनिंग में जिस क्रमबद्ध तरीके से सिखाया जाता है उसी क्रम में लिखेगे!
1. शुरू-शुरू का काम -
- (क) क्लास की गिनती और ग्रुपों में बाँट
- (ख) हथियार और सामान का निरीक्षण
- (ग) बंदोबस्ती की कार्यवाही
2. दोहराई - पिस्टल को भरना और खाली करना से लिया जाय।
3. पहुँच-9 एम.एम. पिस्टल नजदीक से मार करनेवाला हथियार है। इसका फायदा तभी उठाया जा
सकता है, जबकि अचानक मिलनेवाले शत्रु के फायर करने से पहले तेज हरकत और फुती के साथ शत्रु के ऊपर फायर करके बर्बाद किया जा सके। सही कारगर फायर तभी डाला जा सकता है जब रुख अपनाने का तरीका इस प्रकार हो जैसा कि कलमे वाली अंगुली से किसी चीज का इशारा करते हुए एक ही गोली से शत्रु को बर्बाद किया जा सके।
4. उद्देश्य - 9 एम.एम. पिस्टल से फायर करने का तरीका सिखाना है (उद्देश्य को दोहराये) ।
5. सामान - 9एमएम. पिस्टल, मैगजीन ड्रील काट्रिज, पिस्टल केश, टारगेट फिगर 11 और ग्राउण्डशीट।
6. भागों में बाँट -
- भाग 1- रेडी पोजीशन और फायर करना।
- भाग 2- अलग-अलग पोजीशनों का इस्तेमाल।
भाग 1- रेडी पोजीशन और फायर करना :- (नमूना बयान से)
रेडी पोजीशन-लड़ाई के मैदान में या फायरिंग रेंज पर जब पिस्टल को फायर के लिए रेडी पोजीशन में लाना हो तो कार्रवाई इस प्रकार करें-
- (क) होल्स्टर को खोलें. दाहिने हाथ से पिस्टन ग्रिप को पकड़कर पिस्टल को होल्स्टर से बाहर निकालें।
- ख) पिस्टन ग्रिप को मजबूती से पकड़ते हुए तेजी से पिस्टल को बदन के बीच में लाएँ, दाहिना बाजू सीधा रखते हुए टारगेट के बीच में लाएँ
- (ग) बायें हाथ से स्लाइड के खुरदरें हिस्से को पकड़ते हुए पीछे खींचें और आगे जाने दें. ऐसा करने से राउण्ड चेम्बर में दाखिल हो जाएगा।
- (घ) कलमे वाली अँगुली ट्रिगर पर रखें. पिस्टल फायर के लिए तैयार हो जाएगा।
फायर करना -
- (क) अगर टारगेट 10 गज की दूरी पर हो तो बैटल क्रौच पोजीशन को अपनाएँ
- (ख) टारगेट पर नजर जमाएँ और पिस्टल को टारगेट के बीच में मिलाते हुए तेजी के साथ कम से कम दो राउण्ड फायर करें।
- (ग) राउण्ड फायर हो जाने के बाद ट्रिगर से दबाव हटाएँ ।
- (घ) अगर टारगेट गज के अंदर हो तो पिस्टलवाले बाजू को पूरा सीधा करें और शिस्त लेकर फायर करें। इस तरह फायर करते समय जिस हाथ में पिस्टल हो वहीं पाँव आगे करें।
- (ड) फायर करते समय गोली लगने की जगह देखे और जरूरत के मुताबिक तबदीली करें।
शिस्त का कायदा- बायीं आँख को बंद करें, फोरसाइट नोज को बैंकसाइट के बीच कटाव के लाइन में मिलाते हुए टारगेट के सेन्टर में मिलाएँ। बैंकसाइट का मध्य, फोरसाइट का नोज और टारगेट का मध्य एक सीध में हो जाने पर फायर करें।
ध्यान में रखनेवाली बातें-25 गज से 5 गज तक शिस्त हमेशा टारगेट से ऊपर लिया जाया क्योकि पिस्टल को इस प्रकार से जीरो किया जाता है कि 12 गज के रेंज पर गोली टारगेट के मध्य में लगे।
भाग 2- अलग-अलग पोजीशनों का इस्तेमाल :
मुठभेड़ की लड़ाई में अलग-अलग पोजीशन से पिस्टल को फायर करने की जरूरत पड़ती है। आड़ के मुताबिक पोजीशन अख्तियार करना जरूरी है ताकि दुश्मन के फायर से बचाव करते हुए दुश्मन के ऊपर तेजी से फायर डाला जा सके। पिस्टल से चार पोजीशनों से फायर किया जाता है -
स्टैंडिंग पोजीशन - इस पोजीशन को अख्तियार करने के लिए खुले में खड़े न हों बल्कि आड़ का इस्तेमाल करें। यदि पेड़ का इस्तेमाल किया जा रहा हो तो जिस हाथ में पिस्टल पकड़ा हो उसके विपरीत पेड़ छोड़ा जाय। किसी दीवार के पीछे से फायर करने पर बायें हाथ से पिस्टलवाले हाथ को सहारा दें।
निलिंग पोजीशन- सीखे हुए तरीके से निलिंग पोजीशन को अख्तियार करें। ध्यान रहे बाथी कोहनी बायें घुटने पर रखते हुए पिस्टल को बायें हाथ से सहारा दें।
सिटिंग पोजीशन- सीखे हुए तरीके से सिंटिंग पोजीशन को अख्तियार करें। ध्यान रहे दोनो हाथों की कोहनी दोनो पैरों के घुटनों के अंदर हो।
पोजीशन- लाईन पोजीशन अख्तियार करने के लिए एलएमजी. की तरह पोजीशन बनायें, दोनो कोहनियों को छाती के आगे टिकाते हुए पिस्टल को बायें हाथ का सहारा दें।
अभ्यास-सभी पोजीशनों का क्लास से अभ्यास करायें। संक्षेप सबक को तरतीबवार दोहराते हुए सबक के हर भाग से सवाल-जवाब करें।
इसके साथ ही 9 mm पिस्टल का फायर करने से सम्बंधित IWT का पाठ समाप्त हुवा !उम्मीद है की आपलोगों के ए पोस्ट पसंद आएगी ! इस ब्लॉग को सब्सक्राइब या फेसबुक पेज को लाइक करके हमलोगों को प्रोतोसाहित करे!