Search

14 October 2020

पुलिस कर्मी झगडे के दौरान कैसा व्यवहार

प्रकृति की तरह मानवीय व्यवहार भी परिवर्तनशील !  जिस प्रकार  प्रकृति के  है उसी प्रकार  से मनुष्य  का व्यवहार भी विभिन्न प्रकार  होता है ! व्यक्ति एक पल मेंहँसता तो एक पल में रोने लगता है ! एक पल में ढेर सारा प्यार उड़ेलने लगता है  पल में गुस्से की आग में जलने लगता है ! तो दोस्तों इस पोस्ट में आज हम जानेगें की एक पुलिस कर्मी को मानवीय व्यवहार के बदलाव और उससे होने वाले झगडे के दौरान कैसा व्यवहार (Police behavior while  dealing human conflict) चाहिए !

इसी प्रकार से मानव का विनम्रतापूर्वक व्यवहार  एवं कटु व्यवहार करना ही व्यावहारिक परिवर्तन का का एक विशिस्ट रूप है ! मनुष्य अपने परिजनों , मित्रो , जान पहचान वालो के साथ परस्पर मिलकर रहता है तो वह अनपेक्षित व्यवाहर  या कटु व्यवाहर  किये जाने पर परस्पर झाड़ता भी है !

इस  हम निम्न विषय  जानकारी प्राप्त करेंगे :

1. प्राचीन काल में झगड़ा के कारण 

2. आधुनिक काल में झगड़ा के कारण 

3. झगड़ो के दौरान पुलिस का व्यवहार

1.  प्राचीन काल में झगड़ा के कारण 

रोटी कपडा और माकन की पूर्ति के पश्चात् व्यक्ति अन्य समस्याओ की तरफ ध्यान देता है ! वास्तव में समाज में झगडे का मूल कारन धन , जोरू(स्त्री) और जमींन (सम्पति) जो की प्राचीन काल से चला आ रहा है !

2. आधुनिक काल में झगड़ा के कारण 

आज कल लोगो के   के झगड़ने का स्वरुप में भी काफी बदलाव आ चूका है प्राचीन काल में अधिकतर अपराध पैसे धन  के लिए होते थे लेकिन आज कल झगडे का मूल कारन नैतिकता एवं धैर्य की कमी,झूठी शान , आर्थिक, सामाजिक एवं शारीरिक शोषण तथा दुसरो के सुख को देखकर जलना है !

प्रारंभ  में झगडे केवल व्यक्ति एवं सम्बंधित स्थानीय क्षेत्र ही सिमित थे जबकि आजकल झगड़ने का प्रभाव पुरे राष्ट्र राज्य पर पड़ता है !जैसे से बहुत सालो पहले भारतीय मूल के ब्रिटिश लेखक सलमान रुश्दी द्वारा लिखित पुस्तक "शैतान की आयते " पर ईरान में फतवा जारी करके विरोध किया गया जिसके फलस्वरूप हमारे देश के मुंबई में सांप्रदायिक दंगे भड़क उठे ! इस प्रकार एक गांव के किशन कोई झगड़ा करता है तो उसका प्रभाव दूसरे गांवो या राज्य पर पड़ता है!इसका कारण  है प्रेस द्वारा खबरों को तुरंत प्रकाशित करना और लोगो में जाग्रति पैदा करना लेकिन बहतु बार देखा गया है की प्रेस  दरगाह से अफवाह भी फैलता है !

Farmers clash
हमारे देश में अनेक प्रकार की सामाजिक परिस्थिया उत्पन्न होती रही है जिसझगडे होते है जिसका व्यापक प्रभाव राष्ट्र के अन्य भागो में पड़ता है !हमारे देश में कुछ निम्न प्रकार के झगडे है जिसे पुलिस को हमेशा वास्ता पड़ते रहता है !

  • भाषाई झगडे (Linguistic conflict)
  • सांप्रदायिक झगडे (Communal Riot)
  • छात्रों के झगडे (Students clash)
  • मालिक मजदुर झगडे (Laborer unrest)
  • किसानो के बिच झगडे (Farmers clash)
  • यातायात सम्बंधित झगडे (Traffic accident )
  • खिलाड़िओ के बिच झगडे (Players clash)
  • राजनैतिक झगडे (Political clash)
  • व्यक्तिगत झगडे (Personal fight)
भाषाई और सांप्रदायिक झगडे गंभीर प्रकृति के होते है जबकि अन्य लोगो से सम्बंधित झगडे ईतने  गंभीर नहीं होते है!परन्तु यदि ये बड़े पैमाने पर हो तो परिणाम अप्रत्याशित एवं खतरनाक हो सकते है   और अन्य क्षेत्रो में फ़ैल जाते है , जिन्हे नियंत्रित करना काफी मुश्किल होता है ! कई बार दुर्घटना के दौरान यातायात जाम कर दिया जाता है या रास्ता रोको आंदोलन के द्वारा यातायात रोक दिया जाता है ! यदि इन्हे समय रहते न रोका जाये तो इससे पुलिस  दुविधाजनक परिस्थियों का सामना करना पड  सकता है !

3 . झगड़ो के दौरान पुलिस का व्यवहार( Police behavior while  dealing human conflict) : झगड़ो के दौरान पुलिस का व्यवहार त्वरित और दृढ़ होना चाहिए ! कुछ की सूची निम्न है :
  • पुलिस का प्रमुख कर्तव्य अपराधो की रोकथाम करना एवं कानून व्यवस्था को कायम रखना है !
  • पुलिस को किसी भी परिस्थिति का सामना करने से पूर्व सूचनाय एकत्रित करनी चाहिए और योजनाबद्ध तरीके से कर्तव्यपालन करना चाहिए !
  • झगड़ो के दौरान आने वाले व्यक्तिओ की शिकायत पर तुरंत ध्यान दे और उन्हें गंभीरता से ले  और तुरंत  करवाई करे ! क्यों की प्रारम्भिक अवस्था में इन्हे सरलता से नियंत्रित किया जा सकता है !
  • उच्च अधिकारी तथा मजिस्ट्रेट को तुरंत सुचना दे !
  • यदि कोई व्यक्ति घायल हो तो तुरंत अस्पताल भिजवाए !
  • प्रत्येक शिकायतकर्ता और दोषी के साथ अच्छा व्यवहार करे !
  • दोषी व्यक्तिओ को गिरफ्तार करके उचित कारवाही करे !
इस प्रकार से आज हमने झगडे के दौरान पुलिस का कर्तव्य  के बारे में जानकारी प्राप्त किया !उम्मीद है की यह छोटा पोस्ट आप को पसंद आएगा ! अगर कोई कमेंट होतो निचे के कमेंट बॉक्स में जरुर लिखे ! इस ब्लॉग  को सब्सक्राइब औत फेसबुक पर लाइक करे और हमलोगों को और अच्छा करने के लिए प्रोतोसाहित !

इसे भी पढ़े : 
  1. SSG-69 राइफल को भरना और खाली करने का तरीका
  2. SSG-69 राइफल को रेडी, मेक सेफ और खाली कर का तरीक...
  3. 7.62 mm MMG के माउंट ट्राई पोड की करवाई के समय ध्...
  4. 7.62 mm MMG के फायर आर्डर का क्रम और वक्फा के दौरा
  5. 7.62 mm MMG के टारगेट का नाम और MMG में पडनेवाले र...
  6. 7.62 mm MMG को फायर के लिए तैयार करते समय ध्यान मे...
  7. 6 महत्वपूर्ण बाते 84 mm मोर्टार के बारे में
  8. 5 जरुर जाननेवाली बाते 81 mm मोर्टार के बारे में ?...
  9. 81 mm मोर्टार के 10 छोटी छोटी बेसिक बाते
  10. 5 मुख्य बाते 81 mm मोर्टार के फायर कण्ट्रोल से सम


No comments:

Post a Comment

Add