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01 April 2019

गुरिल्ला के मनोविज्ञान

पिछले पोस्ट में हमने गुरिल्ला लड़ाई के टैक्टिस और काउंटर मेजेर्स के बारे में  जानकारी प्राप्त  किये  और अब इस पोस्ट में हम गुरिल्ला के मनोविज्ञान (Psychology of Gurilla war)के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे 


जैसे की हम जानते है गुरिल्ला की लड़ाई एक प्रोक्सी वार है जिसमे गुरिल्ला  हमेशा धोखा देकर वार करना चाहता है !गुरिल्ला कभी भी आमने सामने का लड़ाई  नहीं करता है बल्कि वह सुरक्षा बालो पर हमेशा सरप्राइज के साथ अटैक करता है !

गुरिल्ला हमेशा अपने संख्या और शक्ति के बारे में आफवाहे फैलता है ! जिसमे अपनी वास्तविक संख्या और शक्ति को बढ़ा चढ़ा के बताता है ! स्थानीय जनता को किसी भी तरह से अपने तरफ करना चाहता है और आर्म्ड फोर्सेज के ऊपर मनोविज्ञानिक प्रेशर बनता है !

इस लिए जरुरी है की आर्म्ड फाॅर्स के जवान गुरिल्ला के द्वारा अपनाये जाने वाले मनोविज्ञान का  हथकंडे से भालीभाती परिचित होना चाहिए ताकि गुरिल्ला के हथकड़े में न फसे और उनका बखूबी समाना कर सके !

इस विषय को अच्छी तरह से समझने के लिए हमने इसे निम्न भागो में बाँट दिया है
प्रतीकात्मक

1. जनता के ऊपर किये जाने वाले मनोवैज्ञानिक हथकंडा (Psychological tactics adopted by Gurilla over general Public)

2. आर्म्ड फोर्सेज के साथ किये जाने वाले मनोवैज्ञानिक हाथ कंडे (Psychological tactics adopted by Gurilla over  Armed forces)
3. मनोवैज्ञानिक हथकंडो का असर (Effect of Gurilla's psychology)

1. जनता के ऊपर किये जाने वाले मनोवैज्ञानिक हथकंडा (Psychological tactics adopted by Gurilla over general Public): 

यह सभी को मालूम है की बिना आम जनता के सपोर्ट से गुरिल्ला अपने मकसद में कभी भी सफल नहीं हो सकता है इसलिए गुरिल्ला आम जनता को भरमाने  तथा सरकार और आर्म्ड फोर्सेज के खिलाफ आमजनता के करने के लिए हर तरह का हथकंडा अपनाता है जैसे की जोलोग भी आर्म्ड फोर्सेज या सरकार के किसी कार्य से दुखी हो उन्हें गुरिल्ला  आम जनता के सामने लाकर उनलोगों को दिखता है सरकार के खिलाफ लोगो को भडकता है ! 

और यह साबित करने का कोसिस करता है की सरकार और आर्म्ड फाॅर्स यहाँ के जनता के खिलाफ है ! इसके लिए किताबो तथा नुकड़ नाटक और गलत अफवाहों के सहारे सरकार के खिलाफ प्रोपोगंडा फैलता है !

और लोगो का सहानुभूति जितने के लिए सरकारी कर्मचारियो को पकड़ के आम जनता के सामने ही सजा देता है ताकि जनता समझने लगे तो गुरिल्ला  ही उनका सही में रखवला है !

2. आर्म्ड फोर्सेज के साथ किये जाने वाले मनोवैज्ञानिक हाथ कंडे (Psychological tactics adopted by Gurilla over  Armed forces)

गुरिल्ला कभी भी अपने ताकतवर शत्रु के साथ लड़ाई नहीं करता है और न कभी निर्णायक लड़ाई लड़ता है !जब कभी लड़ाई लड़ता है तो जगह और समय अपने फायदा  के अनुसार चुनता है और कभी भी ज्यादा समय तक एक जगह पे नहीं रुकता है !

इसीलिए जब कभी भी वह सुरक्षा बालो से जीत नहीं पता है तो उसका बदला वह आम जनता से लेता है जिसमे कुछ लोगो को पुलिस के मुखबिर ब्रांड करता है और उस मुखबिर के आमजनता के सामने ही आम चौराहे पे जान से मार देता है ताकि लोगो में भय पैदा हो और कोई पुलिस को खबर न पंहुचा सके !

सुरक्षा बालो को अपने बारे में गलत खबर फैला के सुरक्षा बल के कैंप के ऊपर अटैक कर के दहसत फैला ने का कोसिस करता है !सुरक्षा बालो के खाद्य समग्रिः पहुचने के रस्ते पे अटैक करता है ! सुरक्षा बल के जवान के छुट्टी जाने वाले रास्तो पर अटैक करता है जिससे की सुरक्षा  बालो के ऊपर एक मनोवैज्ञानिक दबाव बनाया जा सके !

3. मनोवैज्ञानिक हथकंडो का असर (Effect of Gurilla's psychology): इन मनोवैज्ञानि हथकंडो का आर्म्ड फोर्सेज और आम जनता पर असर निम्न पड़ता है !

  • लगातार जगह बदलते रहने के कारण सुरक्षा बालो को गुरिल्ला को पकड़ने में दिक्कत होती है !\
  • लड़ाई का स्थान और समय गुरिल्ला के अनुसार होने के कारण सुरक्षा बालो को काफी नुकशान उठाना पड़ता है !
  • गुरिल्ला देखने , भाषा , पहनावा सब लोकल लोगो के तरह होने के कारण सुरक्षा बल पहचान नहीं पते है !
  • सुरक्षा बालो के मुखबिर तथा सामान के सप्लाई करने वालो को गुरिल्ला बहुत ही निर्दयिता से मारते है जिसके डर से कोई सुरक्षाबलों को साथ देने को तैयार नहीं रहता है !
  • आचानक कैंप अटैक और सुरक्षा बल के गाडियो पे अटैक के कारण सुरक्षा बल के जवानों में एक भय का माहौल बना रहता है !
  • सुरक्षा बालो  को नुकशान पुचने के लिए आ ई डी का इस्तेमाल करते है जिससे की कम  मेहनत से ज्यादा नुकशान होता है सुरक्षा बलों को !और अटैक करते समय लोकल जनता को भी एक मलेशिया की तरह इस्तेमाल करते है !और  जनता को ह्यूमन शील्ड की तरह इस्तेमाल कर ते है !
  • ऐसी दुर्गम जगह जहा पे अभी तक सरकारी मचिनरी नहीं पहुची है वहा पे अपना समनांतर सरकार चलते है और लोगो को सरकर के खिलाफ भड़काते है !

गुरिल्ला के साथ मनोवैज्ञानिक लड़ाई जितने के लिए जरुरी है के आम जनता को अपने पक्ष में करना होगा और जनता जो मूलभुत जरूरतों को पूरा करना पड़ेगा ताकि आम जनता को लगे की सरकार और सरकारी महकमा उनके लिए काम कर रहे है ताकि ओ गुरिल्ला के प्रोपोगंडा में न आ सके ! गुरिल्ला की लड़ाई एक निरंतर चलने वाली ऑपरेशन है इसे एक दिन में नहीं जीता जा सकता है !

इस प्रकार से यहाँ गुरिल्ला लड़ाई मनोविज्ञान   से सम्बंधित यह पोस्ट समाप्त  हुई उम्मीद है की आप को पसंद आएगी !इस ब्लॉग  को सब्सक्राइब औत फेसबुक पर लाइक करे और हमलोगों को और अच्छा करने के लिए प्रोतोसाहित !
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2 comments:

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