पिछले पोस्ट में हमने ऑय स्केच क्या है उसके बारे में जानकारिया प्राप्त की इस पोस्ट में हम जानेगे की फील्ड स्केच (Field Sketch) क्या है और उसकी आवश्यकताए(Neccesity) क्या होती है !
जैसे की हम जानते है की मैप रीडिंग की सिखलाई का उद्देश्य सिर्फ सर्वे मैपो का पढना या समझना ही नहीं है बल्कि किसी भी जमीनी इलाके को कागज के ऊपर बना सकना भी जरुरी है ! मैप रीडिंग में कुशलता प्राप्त जवान के लिए यह जरुरी होता है की उनमे इतनी काबिलियत हो की जरुरत पड़ने पर किसी भी इलाके को कागज के ऊपर सही सही तरीके से प्रकट कर सके !
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जैसे की ऑय स्केच बनने के लिए सर्वे मैप की उतनी जरुरत नहीं होती है और ऑय स्केच बिना सर्वे मैप को भी हम किसी एरिया को देख कर उस एरिया का खाका हम सिखाये हुए तरीके से फासला का अनुमान लगते हुए तथा कन्वेंशनल सिग्न का इस्तेमाल करते हुए बनाते है
जबकि फील्ड स्केच हम उस समय बनाते है जब हमारे पास सर्वे मैप है लेकिंग उसमे दिया हुवा डिटेल पुराना है और ग्राउंड के ऊपर बहुत बदलाव आगया है तो हम फील्ड स्केच बनाते है ! फील्ड स्केच और ऑय स्केच को बनने का तरीका एकही प्रकार होता है !
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इस ब्लॉग पोस्ट को पढने के बाद आप इन विषयों के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे :
1. फील्ड स्केच का परिभाषा क्या होता है ?(Field sketch ka paribhasha kya hota hai )
2. फील्ड स्केच कब बनाया जाता है ?(Field sketch kab banaya jata hai )
3. फील्ड स्केच का जरुरत क्यों पड़ता है ?(Field sketch ka jarurat kyo padta hai)
4. फील्ड स्केच की विशेषताए क्या होनी चाहिए ?(Field sketch ki vishtaye kya honi chahiye)
1. फील्ड स्केच का परिभाषा क्या होता है ?(Field sketch ka paribhasha kya hota hai ): जब हम किसी जमीनी इलाके को अपनी मानी हुई स्केल में , निश्चित कन्वेंशनल साइंस(Conventiona Signs) का प्रयोग करते हुए स्वतन्त्र रूप से या सर्वे मैप की मदद से कागज पर हाथ से निश्चित स्केल या बिना स्केल के जब कोई स्केच बनाते है तो वह फील्ड स्केच कहलाता है !
जरुर पढ़े: कन्वेंशनल सिग्न ,कन्वेंशनल सिग्न के प्रकार , कन्वेंशनल सिग्न बनाने का तरीका
2. फील्ड स्केच कब बनाया जाता है ?(Field sketch kab banaya jata hai ):फील्ड स्केच बनने की जरुरत उस समय पड़ता है जब हमारे पास किसी इलाके का सर्वे मैप है और जब हम उस मैप को लेकर उस इलाके में जाता है तो वह जाने के बाद देखने से पता चलता है की सर्वे मैप में दिया हुवा डिटेल्स और ग्राउंड डिटेल्स में बहुत फर्क है यानि बहुत से चीजे ग्राउंड पे है लेकिंग सर्वे मैप पे नहीं है !
उस समय यह महसूस किया जाता है की मैप पे दिए हुए डिटेल्स और ग्राउंड पे मौजूद डिटेल्स के अंतर को पूरा करने के लिए क्यों न स्वंम एक स्केच कागज के ऊपर बनाये जिसके अन्दर मैप का डिटेल्स और मौजूदा ग्राउंड पे मौजूद डिटेल्स को दिखया जाय ! इसी कमी को पूरा करने के लिए फील्ड स्केच बनाया जाता है !
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3. फील्ड स्केच का जरुरत कब पड़ता है ?(Field sketch ka jarurat kab padta hai): फील्ड स्केच की जरुरत निम्न कार्यो में पड़ती है :
जरुर पढ़े:सर्विस प्रोटेक्टर का परिभाषा और सर्विस प्रोटेक्टर का प्रकार
जैसे की हम जानते है की मैप रीडिंग की सिखलाई का उद्देश्य सिर्फ सर्वे मैपो का पढना या समझना ही नहीं है बल्कि किसी भी जमीनी इलाके को कागज के ऊपर बना सकना भी जरुरी है ! मैप रीडिंग में कुशलता प्राप्त जवान के लिए यह जरुरी होता है की उनमे इतनी काबिलियत हो की जरुरत पड़ने पर किसी भी इलाके को कागज के ऊपर सही सही तरीके से प्रकट कर सके !
जरुर पढ़े:मैप रीडिंग में दिशाओ के प्रकार और उत्तर दिशा का महत्व
जैसे की ऑय स्केच बनने के लिए सर्वे मैप की उतनी जरुरत नहीं होती है और ऑय स्केच बिना सर्वे मैप को भी हम किसी एरिया को देख कर उस एरिया का खाका हम सिखाये हुए तरीके से फासला का अनुमान लगते हुए तथा कन्वेंशनल सिग्न का इस्तेमाल करते हुए बनाते है
जबकि फील्ड स्केच हम उस समय बनाते है जब हमारे पास सर्वे मैप है लेकिंग उसमे दिया हुवा डिटेल पुराना है और ग्राउंड के ऊपर बहुत बदलाव आगया है तो हम फील्ड स्केच बनाते है ! फील्ड स्केच और ऑय स्केच को बनने का तरीका एकही प्रकार होता है !
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इस ब्लॉग पोस्ट को पढने के बाद आप इन विषयों के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे :
Field Sketch |
1. फील्ड स्केच का परिभाषा क्या होता है ?(Field sketch ka paribhasha kya hota hai )
2. फील्ड स्केच कब बनाया जाता है ?(Field sketch kab banaya jata hai )
3. फील्ड स्केच का जरुरत क्यों पड़ता है ?(Field sketch ka jarurat kyo padta hai)
4. फील्ड स्केच की विशेषताए क्या होनी चाहिए ?(Field sketch ki vishtaye kya honi chahiye)
1. फील्ड स्केच का परिभाषा क्या होता है ?(Field sketch ka paribhasha kya hota hai ): जब हम किसी जमीनी इलाके को अपनी मानी हुई स्केल में , निश्चित कन्वेंशनल साइंस(Conventiona Signs) का प्रयोग करते हुए स्वतन्त्र रूप से या सर्वे मैप की मदद से कागज पर हाथ से निश्चित स्केल या बिना स्केल के जब कोई स्केच बनाते है तो वह फील्ड स्केच कहलाता है !
जरुर पढ़े: कन्वेंशनल सिग्न ,कन्वेंशनल सिग्न के प्रकार , कन्वेंशनल सिग्न बनाने का तरीका
2. फील्ड स्केच कब बनाया जाता है ?(Field sketch kab banaya jata hai ):फील्ड स्केच बनने की जरुरत उस समय पड़ता है जब हमारे पास किसी इलाके का सर्वे मैप है और जब हम उस मैप को लेकर उस इलाके में जाता है तो वह जाने के बाद देखने से पता चलता है की सर्वे मैप में दिया हुवा डिटेल्स और ग्राउंड डिटेल्स में बहुत फर्क है यानि बहुत से चीजे ग्राउंड पे है लेकिंग सर्वे मैप पे नहीं है !
उस समय यह महसूस किया जाता है की मैप पे दिए हुए डिटेल्स और ग्राउंड पे मौजूद डिटेल्स के अंतर को पूरा करने के लिए क्यों न स्वंम एक स्केच कागज के ऊपर बनाये जिसके अन्दर मैप का डिटेल्स और मौजूदा ग्राउंड पे मौजूद डिटेल्स को दिखया जाय ! इसी कमी को पूरा करने के लिए फील्ड स्केच बनाया जाता है !
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3. फील्ड स्केच का जरुरत कब पड़ता है ?(Field sketch ka jarurat kab padta hai): फील्ड स्केच की जरुरत निम्न कार्यो में पड़ती है :
- जवानों की जरुरत को पूरा करने के लिए जब सर्वे मैप पुराना हो जाय !
- किसी विशेष इलाके में मैपो की काम सप्लाई को पूरा करने के लिए !
- किसी विशेष महत्व के इलाके के बारे में पूरी जानकारी के लिए फील्ड स्केच बड़े गुणकारी सिद्ध होते है
- फील्ड स्केच को ऑपरेशनल रिपोर्ट के साथ भी भेजा जाता है जिससे की उच्चाधिकारी उस एरिया के बारे में अच्छी तरह से जन सके !
- मैप की त्रुटियों को दूर करने के लिए फील्ड स्केच बनाया जाता है !
- जमीन की उप तो डेट बनावट को समझने के लिए फील्ड स्केच बहुत गुणकारी सिद्ध होता है !
- स्कीमो , ट्रेनिंग अभ्यासों को कामयाब बनने के लिए भी फील्ड स्केच बनाया जता है !
- प्रैक्टिस के लिए भी फील्ड स्केच बनाया जाता है !
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4. फील्ड स्केच की विशेषताए क्या होनी चाहिए ?(Field sketch ki vishtaye kya honi chahiye): फील्ड स्केच की निम्न विशेषताए होनी चाहिए :
- शीघ्रता(Promptness) :जल्द से जल्द तैयार हो जाता है
- सम्पूर्णता(Up- to- Date) : फील्ड स्केच में जरुरत के अनुसार सभी सूचनाये दी गई हो !
- सत्यता(Reliability) : फील्ड रिलीफ और जमीनी निशान पूर्ण रूप से सही और विश्वास जनक होने चाहिए !
- स्पष्टा(Clear and legible) : फील्ड स्केच में जो भी निशान दिखाए जाए वे पूरी तरह से स्पष्ट हो
- स्वच्छता(Neat and Clean) : फील्ड स्केच में दिखाए गए सभी निशान साफ सुथरे हो
- सार्थकता(Purposeful) : जिस उद्देश्य के लिए फील्ड स्केच बनाया जा रहा है वह उद्देश्य का पूरा करता है हो !
फील्ड स्केच और ऑय स्केच की खुबिओ की जरुरत एक ही तरह की होती है !
इस प्रकार से हम फील्ड स्केच क्या होता है और उसकी खुबिया क्या होनी चाहिए से सम्बंधित पोस्ट यह समाप्त हुवा !उम्मीद है की ये पोस्ट पसंद आएगा ! अगर कोई कमेंट हो तो निचे के कमेंट बॉक्स में जरुर लिखे और इस ब्लॉग को सब्सक्राइब तथा फेसबुक पेज लाइक करके हमलोगों को और प्रोतोसाहित करे बेहतर लिखने के लिए !
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