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27 February 2018

म़ोब /मज्मा कण्ट्रोल के सिद्धांत

पिछले पोस्ट में हमने म़ोब कण्ट्रोल के दौरान  म़ोब से अपनी बचाव कैसे करें के बारे में जानकारी प्राप्त की इस पोस्ट में हम म़ोब कण्ट्रोल के सिद्धांत(Mob Control ka siddhant) के बारे में जानेगे !


म़ोब के बारे में कहा जाता है की म़ोब के पास चेहरा रहता है लेकिंन  बिना दिमाग का ! कोई नहीं जनता है की म़ोब किस समय क्या कर देगा ! अगर उसे सही से कण्ट्रोल नहीं किया जाय तो वह बहुत ही  घातक साबित हो सकता है लॉ & आर्डर के ख्याल से बहुत बड़ा समस्या खड़ा कर सकता है  !

जरुर  पढ़े :आसू गैस के फायर के ऊपर असर डालने वाले तत्व और उसका निदान

 इसलिए म़ोब को डिस्पेर्स करते समय म़ोब के साथ उलझना नहीं चाहिए बल्कि उसे टैक्टिकल डील करना चाहिए !  म़ोब को डील करने के साथ कमांडर के पास सहन शक्ति  होना बहुत जरुरी होता है ! अगर जज्बाती हो कर काम  किया जायेगा तो म़ोब भड़क जायेगा और बड़ा उग्र रूप धारण कर लेगा !

ट्रेनिंग के दौरान म़ोब कण्ट्रोल के कुछ सिद्धांत के बारे में बताया जाता है जो की निम्न है :
म़ोब कण्ट्रोल
म़ोब कण्ट्रोल 
1.अनलॉफुल असेंबली को नैतिक तथा मनोबैज्ञानिक प्रभाव के द्वारा डिस्पेर्स करे(Unlawful assembly ko manovaigyanik tarike se niyantrit karna)  : इस विधि में हम म़ोब को ज्यादा से ज्याद समझाने के बारे में कोशिश करते है और बातो में उलझा के रखते है ! और नैतिकता की बहुत सारे  बाते करते है जिससे यह होता है की बहुत से लोग जो उस  म़ोब में सामिल है और अच्छे सवभाव के है जिन्हें म़ोब लीडर के द्वारा बहला फुसला के लाया गया है ओ वहा  से जाने लगते है  और म़ोब में कमी आने लगती है !

जरुर  पढ़े : आश्रू गैस के प्रकार तथा उसके उपयोग

अगर हम म़ोब को बातो में बहला फुसला के रखे तो बहुत देर होने पे म़ोब के अन्दर उपस्थित उर्जा की कमी होने लगती और वह भूख प्यास से ज्यदा देर तक नहीं रह सकते है जिसके कारन म़ोब के उत्साह में कमी आएगा और म़ोब के बहुत सारे लोग चले जायेंगे और धीरे धीरे म़ोब डिस्पेर्स हो जायेगा ! 
इस प्रकार से हम और भी बहुत सारे  म़ोब को मनोवैज्ञानिक तरीके अपना कर म़ोब  से डील करते है !

2.बल का कम से कम तथा असर कारक  प्रयोग(Bal ka kam se kam leking asardar prayog karna) : उपद्रवी समूह को नियंत्रित करने के लिए बल के प्रयोग करते  समय की जाने वाली ड्रिल इन्ही सिद्धांतो पर आधारित है !

जरुर  पढ़े : आश्रू गैस को स्टोर करते समय ध्यान में रखने वाली बाते

म़ोब /रायट नियत्रण ड्रिल की  सफलता  कम से कम बल का प्रयोग , जनता को कम चोट, समाप्ति का कम नुकसान तथा उग्र समूह का तुरंत बिखराव और सामान्य स्तिथि कायम करने मैं ही निहित होती है इसलिए ड्रिल में निम्न बातों का समावेश होना चाहिए :

  • बल का प्रदर्शन(Police bal ka pardarshan karna) : म़ोब कण्ट्रोल ड्रिल के दौरान पुलिस बल जो म़ोब कण्ट्रोल में लगाया गया है उसका पुरे इक्विपमेंट के साथ पर्दर्शन कारन चाहिए जिससे की म़ोब में सामिल लोगो को पता चल जाए की पुलिस बल की संख्या काफी है और उस डर से भी म़ोब के बहुत से लोग भाग जाते है और म़ोब डिस्पेर्स हो जाता है !
  •  समूह लीडर को समझाना(Leader ko smajhana) : म़ोब के समूह लीडर को समझाना और उन्हें प्रेरित करना की वह या तो अपना जो दुःख तकलीफ है उसे  लिख कर दे और सम्बंधित अधिकारी से उनका बात करा देना चाहिए ! समुह लीडर को प्रेरित करना की आप आदालत में जाओ वहा  से डायरेक्शन ले कर आओ !
  • समूह को विधि विरुद्ध घोषित करना(Mazma ko unlawful declared karna) : अगर ऊपर बताये हुए तरीके से  मजमा तितर बितर नहीं होता है तो उसे विधि विरुद्द  घोषित  करना चाहिए जो की मजमा कण्ट्रोल करने के लिए उपस्तिथ एग्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट के द्वारा किया जाता है ! यानि एक मज़म को  एग्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट या  उसके अनुपस्तिथि में थाना अधिकारी या कोई और अधिकारी ही विधि   विरुद्ध  घोषित कर सकता है और  कानून के अनुसार करवाई कर सकता है !
  • बल का वास्तविक प्रयोग(Effective force ka istemal karna) : एक बार मजमा विधि विरुद्ध घोषित हो गया तो उसके बाद भी अगर वह मजमा स्थल  नहीं छोड़ता है तो उसके  खिलाफ बल का प्रयोग कर के तितर बितर किया जाता है ! बल का प्रयोग करते समय ध्यान में रखना चाहिए की कम से कम लेकिन वास्तविक बल का प्रयोग हो और मज़म को तितर बितर किया जाय.

म़ोब कण्ट्रोल करते समय हम इन सिद्धांतो को अपनते है जिस के कारन कम से कम नुकशान के साथ म़ोब को कण्ट्रोल करते  है !

इस प्रकार से म़ोब कण्ट्रोल के सिद्धांत से सम्बंधित एक संक्षिप्त ब्लॉग पोस्ट समाप्त हुवा ! उम्मीद है की यह आपको पसंद आएगा !अगर कोई सुझाव हो तो निचे के कमेंट बॉक्स में जरुर लिखे ! इस ब्लॉग को सब्सक्राइब और फेसबुक पेज लाइक करके हमलोगों को और प्रोतोसाहित करे !

इन्हें भी पढ़े :
  1. पुलिस ड्यूटी
  2. फर्स्ट इनफार्मेशन रिपोर्ट में होनेवाली कुछ कॉमन गलतिया
  3. 6 कॉमन गलतिया अक्सर एक आई ओ सीन ऑफ़ क्राइम पे करता है
  4. क्राइम सीन पे सबसे पहले करनेवाले काम एक पुलिस ऑफिसर के द्वारा
  5. बीट और बीट पेट्रोलिंग क्या होता है ?एक बीट पट्रोलर का ड्यूटी
  6. पुलिस नाकाबंदी या रेड् क्या होता है ?नाकाबंदी और रेड के समय ध्यान में रखनेवाली बाते 
  7. निगरानी और शाडोविंग क्या होता है ? किसी के ऊपर निगरानी कब रखी जाती है ?
  8. अपराधिक सूचना कलेक्ट करने का स्त्रोत और सूचना कलेक्ट करने का तरीका
  9. चुनाव के दौरान पुलिस का कर्तव्य
  10. थाना इंचार्ज के चुनाव ड्यूटी सम्बंधित चेक लिस्ट
  11. पुलिस फाॅर्स के जवानों लिए इलेक्शन ड्यूटी सम्बंधित चेक लिस्ट
  12. V.I.P. सिक्यूरिटी बंदोबस्त ड्यूटी में पुलिस की भूमिका
  13. पुलिस की छवि और छवि का पुलिस के ड्यूटी पे पड़ने वाले असर कौन कौन से है

24 February 2018

दमन एवं दिउ के बिच हेलीकाप्टर राइड और टिकेट बुकिंग

केन्द्रशासित प्रदेश दमन एवं दिउ भारत के पश्चिमी किनारे पर स्थित है जिनका कुल क्षेत्रफल 112 बर्ग किलोमीटर है !यह प्रदेश 1500 वी सताब्दी से पुर्तगाली कालोनी था जिसे  1961 में एक मिलिट्री एक्शन के द्वार भारत मिला लिया गया !यह प्रदेश दो बहुत ही खूबसूरत रीजन का गठजोड़ से बना है जो दमन और दिउ के नाम से जाना जाता है ! इन दोनों क्षेत्रो को अरबियन सागर दो भागो में बाटता है !


दमन की खुबशुरुती में  दमन गंगा नदी इसको दो बांगो में बाँट और चार चाँद लगा देती है !  वही दिउ जो की एक द्वीप है उसकी अपनी एक अलग पहचान है !जहा दमन  बासीलीक बोम जीसस चर्च  के लिए प्रसिद है वही  दिव अपने 16 वे सदी निर्मित किला के लिए प्रसिद्ध है ! 

24 फ़रवरी 2018  इस प्रदेश के लिए बहुत ही एतिहासिक दिन साबित होने वाला है वह इस लिए की अभी तब दमन से दिउ जाने के लिए बस सर्विस ही थी जिससे की यात्रा करना बड़ा ही कष्टदायी तथा ज्यादा समय भी लगता था और कुल यात्रा लगभग 900 किलोमीटर और 17 घंटो की हो जाती थी! लेकिंन 24 फरवरी 2018 को माननीय प्रधान मंत्री  श्री नरेद्र मोदी जी का प्रदेश का यात्रा है जिसमे ओए अपने करकमलो  के द्वारा दमन और दिउ वालो को बहुत ही अच्छा  सौगात देने वाले   है और बहुत से लाभकारी योजनाओ के साथ साथ हेलीकाप्टर सेवा भी दमन से दिउ बिच सुरु होने जा रहा है और उसी दिन से  उडान सेवा के अंतर्गत दिउ अहमदाबाद फ्लाइट सेवा भी सरू होने वाली है जिसका पहला यात्री माननीय केन्द्रीय उद्यान मंत्री होंगे ! ये दोनों सेवा सुरु हो जाने के बाद उम्मीद  है की पर्यटन को एक बहुत ही बड़ा उछाल आएगा इस प्रदेश में  क्यों की आप जो पर्यटक दमन आयेंगे ओ  दिउ भी आसानी से जा सकते! आभी तकः का प्रयत्न केवल शराब पे निर्भर थी  वह अब  यहाँ  से आगे सोमनाथ द्वारक धार्मिक स्थान है उसे भी आसानी से देख सकते है जो की अभी दमन से उतनी आसानी से उपलब्ध नहीं था !
फोटो : पवनहंस के सौजन्य से 

दमन से दिउ जाने के लिए हेलिकोटर टिकेट ऑनलाइन मिल रहा है उसे इस प्रकार से बुक कर सकते है (Helicopter ticket kaise book kare daman aur diu ke beech)!सबसे पहले आप पवनहंस के साईट पे जाये  उसके बाद आप निम्न डिटेल वह फॉर्म में भर के अपना टिकेट बोक कर सकते है टिकेट  कुल भाडा   2625 रुपया है जो 5% GST के साथ है! यह हेलीकाप्टर सुबह 0930 बजे दमन से चलेगा और 1040 बजे दिव पूछेगा पुरे 1 घंटा और 10 मिनट के यात्रा समय के बाद 

पूरा डिटेल भरने के बाद आप  सर्च फ्लाइट बटन पे क्लिक करे और उसके बाद 

आपको फ्लाइट डिटेल आएगा और टिकेट उपलब्धता दिखायेगा उसको देखने के बाद आप अपना ईमेल एड्रेस , आधार नंबर तथा कांटेक्ट नंबर डाल के ऑनलाइन पेमेंट कर के अपना टिकेट बुक करा सकते है ! 
टिकेट बुक कराना  काफी आसन है !

आनंद उठाये हेलीकाप्टर सर्विस दमन एवं  दिउ के लिए !

दमन एवं दिउ के बिच टिकेट बुकिंग के लिए कौन कौन से डाक्यूमेंट्स या जरुरी डिटेल्स है(Documents requires helicopter ticket booking from Daman and Diu) !
  • आधार कार्ड 
  • ईमेल एड्रेस 
  • इमरजेंसी कांटेक्ट नम्बर 
  • एड्रेस 
दमन और दिउ के हेलीकाप्टर सर्विस का टाइमिंग :(Daman- Diu Helicopter timing)
दमन - 0930 बजे  दिउ -1040 बजे(फ्लाइंग हौर्स 1 घंटा 10 मिनट )
दिउ -1130 बजे दमन- 1240 बजे (फ्लाइंग हौर्स 1 घंटा 10 मिनट )

अगर इतनी डिटेल्स आपके पास है और अप्प डेबिट कार्ड, नेट बैंकिंग था क्रेडिट कार्ड से पेमेंट करके यहाँ से टिकेट बुक कर सकते है !







21 February 2018

कंपास की अपनी त्रुटी से क्या समझते है?

पिछले पोस्ट में हमने सर्विस प्रोटेक्टर के बारे में जानकारी प्राप्त की इस पोस्ट में हम कम्पस की अपनी गलती(Compass ki apni galti) के बारे  में जानेगे !


मैप रीडिंग में कंपास की अहम् भूमिका होती है ! यह एक ऐसा यंत्र है जिसकी मदद से माप रीडिंग  के दौरान और लड़ाई में अत्यधिक सहायता मिलती  है !
इस पोस्ट को अच्छी  तरह से समझने के हमने इस पोस्ट को निम्न भागो में बाँट दिया है !
compass ke parts
compass ke parts
1.कंपास  की अपनी त्रुटी (Individual error of the compass)
2. कंपास के त्रुटी के कारण (Cause of Compass Error)
3. कंपास की त्रुटी प्रकार (Types of Compass Error)
4. कंपास की अपनी त्रुटी का उदहारण  (Example of individual error of the compass)
1.कम्पास की अपनी त्रुटी (Individual Error of the compass):कंपास से बेअरिंग पढ़ते समय इस बाट का ध्यान रखा जाता है की कम्पस में अपनी गलती तो नहीं है !इस बात  का ध्यान गोला फायर करते समय  और भी बढ़ जाता है ! कम्पस की अपनी गलती हर समय और स्थान पर एक सामान होता है परन्तु इसमें स्थानीय चुम्बकीय आकर्षण हर स्थान पर बदलते रहता है !

कम्पस की अपनी गलती का अर्थ है की उसकी सुई अमूमन थोडा  दाहिने या बाए रहती है अर्थात  कंपास का चुम्बकी   सुई ठीक 360 डिग्री की बजे थोडा दाहिने या बाये रहती है! जितना यह दये या बाये रहती है उसको ही हम कम्पस  की अपनी त्रुटी(Compass ki apni truti) कहते है !

2. कंपास के त्रुटी के कारण (Cause of Compass Error): यह त्रुटी कंपास के अन्दर होती है इसलिए इस कम्पस की अपनी त्रुटी  कहते है और इसका मुख्य दो कारन है जिसके कारन कम्पस में अपनी  त्रुटी होती है ! 
  • कारखाने की दोष (Manufacturing defect)
  • गलत इस्तेमाल (Miss Handling)
3. कंपास की त्रुटी प्रकार (Types of Compass Error): यदि किसी कंपास में दाए या बाए की त्रुटी है इस त्रुटियो को हम निम्न प्रकार में बाँट सकते है 
  • दाहिने या  पूर्व की गलती (East  Compass Error): यदि किसी कम्पस में 2 डिग्री पूर्व या ईस्ट की गलती है तो वह कंपास बेअरिंग पढ़ते वक्त 2 डिग्री कम पढ़ेगा क्यों की उसकी 2 डिग्री आगे से ही बेअरिंग पढना शुरू करेगी ! अतः 2 डिग्री पूर्व की गलती वाले चोमस की बेअरिंग में 2 डिग्री जोड़ देने से सही चुम्बकीय बेअरिंग ज्ञात हो जायेगा !
  • बाये या पश्चिम की गलती (West Compass Error): पश्चिम की त्रुटी वाले कंपास की सुई 2 डिग्री  या 0 डिग्री  से हमेश पश्चिम में रहेगी ! जितनी उसकी पश्चिम की गलती है ! अगर उस कंपास से बेअरिंग पढ़ी जाये तो वह कंपास की उतनी डिग्री ज्यदा पढ़ेगा जितनी उसमे पश्चिम की  गलती है !अतः सही बेअरिंग पढने के लिए पढ़ी हुई बेअरिंग से पश्चिम की गलती वाली डिग्री को यदि घटा दे तो सही चुम्बकीय बेअरिंग ज्ञात हो जाएगी !
जरुर पढ़े :अपना खुद का लोकेशन मैप पे जानना और नार्थ पता करने के तरीके
4. कंपास की अपनी त्रुटी का उदहारण  (Example of individual error of the compass): कम्पास की अपनी त्रुटी का कुछ उदहारण निम्न है 

Q. 2 डिग्री पूर्व की गलती वाला कम्पस किसी निशान की बेअरिंग 118 डिग्री पढता है तो उस निशान की सही बेअरिंग क्या होगी ?

Ans. कंपास i अपनी त्रुटी 2 डिग्री पूर्व है और निशान की बेअरिंग 118 डिग्री पढता है तो सही बेअरिंग 118 डिग्री + 22 डिग्री = 120 डिग्री होगी !

Q. 2 डिग्री पश्चिम गलती वाला कंपास किस निशान की बेअरिंग 62 डिग्री पढता है तो सही बेअरिंग क्या होगा ?

Ans. वह कंपास जिसमे 2 डिग्री पश्चिम की गलती है 62 डिग्री बेअरिंग पडता है तो सही बेअरिंग होगी 62 डिग्री - 2 डिग्री = 60 डिग्री 

Q. एक कंपास जिसमे 2 डिग्री पूर्व की गलती है और किसी निशान की बेअरिंग 49 डिग्री पढ़ता है और उस स्थान पर 2 डिग्री का पश्चिम के चुम्बकीय आकर्षण है तो उस निशान की सही बेअरिंग क्या होगी ?

Ans. 2 डिग्री पूर्व की गलती वाला कम्पस 49 डिग्री पढता है , चुम्बकीय आकर्षण न होतो सही बेअरिंग = 49 डिग्री + 2 डिग्री = 51 डिग्री होगी ! जब चुम्बकीय आकर्षण = 2 डिग्री पश्चिम है तो उस स्थान का सही बेअरिंग = 51 डिग्री - 2 डिग्री = 49 डिग्री !

इस रकार से यहा कंपास की खुद की त्रुटी से सम्बंधित पोस्ट समाप्त  हुवा !उम्मीद है की ये पोस्ट पसंद आएगा ! अगर कोई कमेंट हो तो निचे के कमेंट बॉक्स में जरुर लिखे  और इस ब्लॉग को सब्सक्राइब तथा फेसबुक पेज  लाइक करके हमलोगों को और प्रोतोसाहित करे बेहतर लिखने के लिए !
इन्हें  भी  पढ़े :  
  1. 36 धरातलीय आकृतिया और उनके परिभाषा
  2. मैप रीडिंग की अवाश्काताये तथा मैप का परिभाषा
  3. 15 जरुरी पॉइंट्स मैप को सही पढने के लिए
  4. मैप कितने प्रकार के होते है ?
  5. कंपास को सेट करना तथा इस्तेमाल करने का तरीका
  6. कंटूर रेखाए क्या है ? एक मैप की विश्वसनीयता और कमिया किन किन बाते पे निर्भर करती है ?
  7. मैप रीडिंग में दिशाओ के प्रकार और उत्तर दिशा का महत्व
  8. दिन के समय उत्तर दिशा मालूम करने का तरीका
  9. कन्वेंशनल सिग्न ,कन्वेंशनल सिग्न के प्रकार , कन्वेंशनल सिग्न बनाने का तरीका
  10. रात के समय उत्तर मालूम करने का तरीका

16 February 2018

आंसू गैस को इस्तेमाल करते समय ध्यान में रखने वाली कुछ बाते इस प्रकार से है

पिछले पोस्ट में हमने आश्रू गैस फायरकारने के फायदे तथा फायर करते समय की सावधानियो के बारे में जनकारी प्राप्त की ! इस पोस्ट में हम आश्रू गैस फायर करते समय ध्यान में रखने वाली बाते (tear smoke ko istemal karte samay dhyan me rakhne wali kuchh bate) के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे !


लॉ & आर्डर के ड्यूटी के दौरान आश्रू गैस एक काफी अहम रोल प्ले करता है स्तिथि को सामान्य बनाने में ! इस लिए आश्रू गैस को इस्तेमाल करते समय बहुत सावधानिय बरतनी चाहिए ! नहीं तो देखा गया है की आश्रू गैस से सामान्यत:कोई घायल या मौत नहीं होती है इसलिए इसको फायर करते समय अँधा धुंध फायर कर देते है और जहा की उतनी आवश्यकता नहीं रहती है !
जरुर  पढ़े :आश्रू गैस का इतिहास और इसका इस्तेमाल
इस लिए यह फायर और उसके कमांडर का कर्तव्य है की वह आश्रू गैस को अवयस्कता के अनुसार ही इस्तेमाल करे !
इस पोस्ट को समझने के लिए हमने इसे निम्न दो हिस्सों में बाँट दिया है :


1. आश्रू गैस को फायर करते समय ध्यान में रखने वाली बाते !(Tear smoke fire karte samay kya kare)
2. आश्रू गैस फायर करते समय यह सब नहीं करना चाहिए !(Tear smoke fire karte samay kya nahi kare)

जरुर  पढ़े :आश्रू गैस के प्रकार तथा उपयोग

1. आश्रू गैस को फायर करते समय ध्यान में रखने वाली बाते !(Tear smoke fire karte samay kya kare): आश्रू गैस फायर करते समय इन निम्न  बातो का ख्याल रखना चाहिए (Do)!

  • मजमे के  रवैया , हालत और जगह को देखते हुए आश्रू (आंसू) गैस का इस्तेमाल करे !
  • जरुरत के मुताबिक ही गैस का इस्तेमाल करे !गैस को अँधा धुंध फायर न करे !
  • गैस इस्तेमाल करते समय गैस स्क्वाड की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखें !
  • जिन जगह पर ठोस गैस के ग्रेनेड/ शैल से आग लगने का अंदेशा हो वहां माया गैस का इस्तेमाल करें या फायर गैस टोर्च का प्रयोग करें !
  • सार्वजनिक स्थान पर गैस के इस्तेमाल से पहले वह के निवासियों को सूचित करें !
  • मौसम हवा का ध्यान रखते हुए गैस का इस्तेमाल करे !
  • लाइन ऑफ़ रिलीज़ ऐसे जगह बनाये जहा से मजमे पर उसका पूरा असर हो !
  • जहाँ ग्रेनेड/शेल का इस्तेमाल करना संभव हो वहां गैस टोर्च का इस्तेमाल करे !
  • जहा तक हो सके औरतों और बच्चो के मजमे पर गैस टोर्च का इस्तेमाल करें !
  • ग्रेनेड तथा शेल के इस्तेमाल से पहले इस बाट का यकीं करो की कहीं इनकी बॉडी टूटी फूटी तो नहीं है !
  • शेल को एंगल से फी फायर करना चाहिए !

2. आश्रू गैस फायर करते समय यह सब नहीं करना चाहिए !(Tear smoke fire karte samay kya nahi kare):आंसू गैस फायर करते समय in चीजो को नहीं करना चाहिए (Don't do):
  • गैस का इस्तेमाल करते हुए ढिल्ली करवाई न करे !
  • ब्लास्ट कार्ट्रिज को किसी के चेहरे पर फायर न करे !
  • शेल को किसी आदमी पर शिस्त लेकर फायर नहीं करना चाहिए !
  • फलित रायट शेल को खुले मजमे पर इस्तेमाल नही करे !
  • शेलो को किसी सकत दिवार पर डायरेक्ट फायर नही करे !
  • रायट ड्रिल पार्टी के कमांडर के आदेश के बिना C.S तथा D.N. गैस का इस्तेमाल नही करे !
  • बहुत तेज हवा के आंसू गैस का इस्तेमाल न करे !
  • बिना जरुरत के गैस स्क्वाड को रेपिअटर न पहनाये !
  • ढलवान जमीन तथा चटानो पर ग्रेनेड तहत शेलो का इस्तेमाल न करे !
  • गैस पार्टी को मजमा तितर बितर होने के तुरंत बाद अपने स्थान से नही हटाये !

यह पूर्ण सूचि नहीं है बल्कि कुछ मुख्य मुख्य बाते है जिसे हमे आंसू गैस के इस्तेमाल के समय ध्यान में रखना चाहिए ! इसके साथ ही आंसू गैस को इस्तेमाल करते ध्यान में रखने वाली बातो से सम्बंधित पोस्ट समाप्त हुई! उम्मीद है की यह आपको पसंद आएगा !अगर कोई सुझाव हो तो निचे के कमेंट बॉक्स में जरुर लिखे ! इस ब्लॉग को सब्सक्राइब और फेसबुक पेज लाइक करके हमलोगों को और प्रोतोसाहित करे !
इन्हें भी पढ़े :

  1. पुलिस को क्राउड के साथ कैसे ब्यवहार करना चाहिए ?
  2. रायट कण्ट्रोल ड्रिल की पार्टी तथा रायट कण्ट्रोल ड्रिल पार्टी का बनावट
  3. एल.एम्.जी के TsOET और TsOET के टाइमिंग
  4. रायट कण्ट्रोल ड्यूटी पे जाने वक्त इन सामानों को ले जाना चाहिए
  5. विध्वंसक स्नाइपर राइफल का परिचय
  6. ग्लोक्क मार्क-43 पिस्तौल का परिचय और टेक्निकल डाटा
  7. नम्बर 77 ग्रेनेड के बेसिक डाटा तथा उसका इस्तेमाल
  8. म़ोब कण्ट्रोल कमांडर की ड्यूटी पे जाने से पहले की तैयारी
  9. लाठी चार्ज के दौरान लाठी मरते समय ध्यान में रखने वाली बाते !.
  10. 4 तरीके म़ोब से अपनी बचाव का ऐसे करे !
  11. आश्रू गैस फायर करते समय सावधानिया तथा आश्रू गैस फायर के फायदे

14 February 2018

आश्रू गैस फायर करते समय सावधानिया तथा आश्रू गैस फायर के फायदे

पिछले पोस्ट में हमने म़ोब से बचाव के 4 तरीके के बारे में जानकारी प्राप्त की थी ! इस पोस्ट में हम ये जानेगे की आश्रू गैस को लॉ & आर्डर में इस्तेमाल करने का फायदे क्या है! 


आश्रू गैस लॉ & आर्डर ड्यूटी के दौरान मजमे को तितर बितर करने का बहुत ही कारगर हथियार है ! इसको लॉ & आर्डर ड्यूटी के दौरान बहुत ही अहमियत दीजाती है !इसकी अहमियत का पता इसी से लगाया जा सकता है इसकी स्टोक का सत्यापन समय समय पे कराया जाता रहता है ! और कमी पाए जाने पे जल्द से जल्द डिमांड कर के पूरा किया जाता है ! बहुत बार ऐसा भी होता है की किसि बड़ी लॉ& आर्डर का इशू हो और आश्रू गैस उस प्रदेश के पुलिस के पास नहीं है तो पडोसी राज्य पुलिस से भी मांग किया जाता है लोन के तौर पे !
जरुर  पढ़े :आसू गैस के फायर के ऊपर असर डालने वाले तत्व और उसका निदान भारत में आश्रू गैस बनाने वाली एक ही संस्था है(Tear Smoke manufacturing unit) जिसका TSU(Tear Smoke Unit) BSF अकादमी टेकन पुर में है ! जहा से आश्रू गैस की पूर्ति केवल अपने देश के पुलिस  नहीं बल्कि  विदेशो में भी एक्सपोर्ट किया जाता है !

इस पोस्ट को अच्छी तरह से समझने के लिए हमने इस पोस्ट को निम्न दो भागो में बाँट दिया है !
Tear Smoke fire
Tear Smoke fire
1. आश्रू गैस इस्तेमाल करने में सावधानिया (Tear Smoke fire karne se pahle ki savdhaniya)

2.आश्रू गैस फायर करने के फायदे(Tear fire karne ke Advantage)
1. आश्रू गैस इस्तेमाल करने में सावधानिया (Tear Smoke fire karne se pahle ki savdhaniya): आश्रू गैस फायर करने से पहले निम्न सावधानिया बरती चाहिए :

जरुर  पढ़े : आश्रू गैस के प्रकार तथा उसके उपयोग
  • इस्तेमाल करने से पहले यकीं करें की शैल की सेल्फ लाइफ ख़त्मतो नहीं हुई है !
  • लोड करने से पहले देख ले की शैल लीक या क्षतीग्रस्त तो नहीं है !
  • शैल को गन में लोड करते समय जबरदस्ती ना करे 
  • शैल को भीड़ के ऊपर डायरेक्ट फायर न करे ! ऐसा करने से गंभीर चोट आ सकती है और  मौत भी हो सकती है !
2.आश्रू गैस फायर करने के फायदे(Tear fire karne ke Advantage): आश्रू गैस लॉ & आर्डर के दौरान इस्तेमाल करने का निम्न फायदे है :
जरुर  पढ़े : आश्रू गैस को स्टोर करते समय ध्यान में रखने वाली बाते
  • सभी तरह के मौसम में कारगर अस्त्र है !
  • धुवा निकलने की रफ़्तार ज्यादा है !
  • आगे वाला हिस्सा चपटा होने से चोट लगने के अवसर कम हो जाते है !
  • शैल के इस्तेमाल से भीड़ और पुलिस के बिच सुरक्षित फासला बना रहता है !
  •  आश्रू गैस के इस्तेमाल से भीड़ को दूर से ही तीतर  बीतर किया जा सकता है !
  • प्रत्येक शैल 10 मीटर  x  10 मीटर का इलाका प्रभावित करता है !
  • अश्रु गैस फायर करने के लिए शैल एक साथ ले जाया जा सकता है !
  • आश्रू गैस के फायर से मनवा अधिकार उलंधन का मामला भी नहीं बनता है ! 
  • जान और माल  का नुकशान नहीं के बराबर होता है !

इस प्रकार से यहाँ आश्रू गसे के इस्तेमाल के फायदे तथा इस्तेमाल के समय की सावधानिया से समबन्धित ब्लॉग पोस्ट समाप्त हुवा !उम्मीद है की यह आपको पसंद आएगा !अगर कोई सुझाव हो तो निचे के कमेंट बॉक्स में जरुर लिखे ! इस ब्लॉग को सब्सक्राइब और फेसबुक पेज लाइक करके हमलोगों को और प्रोतोसाहित करे !
इन्हें भी पढ़े :

  1. 7.62mm LMG से अच्छी तरह सेफायर कैसे किया जाये 
  2. LMG  के चाल तथा फौरी इलाज से दूर होने वाले 4 LMG के रोके l
  3. ट्राईपोड़ और LMG को माउंट और डिसमाउंट करने का तरीका
  4. 7.62 LMG को फिक्स्ड लाइन पर लगाने और फायर करने का तरीका
  5. 51 mm मोर्टार तथा इसके डायल साईट के बेसिक टेक्निकल जानकारी
  6. 51mm मोर्टार को खोलना जोड़ना और उसके पार्ट्स के नाम
  7. 51mm मोर्टार की साफ सफाई का तरीका
  8. 51mm मोर्टार के हाई एक्सप्लोसिव बम की चाल और पहचान
  9. स्मोक और इल्लू बम का चाल और बेसिक डाटा
  10. 30mm AGL के बेसिक टेक्नीकल डाटा , विशेषताए और पार्ट्स का नाम

11 February 2018

4 तरीके म़ोब से अपनी बचाव का ऐसे करे !

पिछले पोस्ट में हमने लाठी चार्ज के दौरान लाठी चलाते समय ध्यान में रहनेवाली बाते उसके बारे में जानकारी प्राप्त की  इस पोस्ट में हम म़ोब कण्ट्रोल करते समय  म़ोब  के कांटेक्ट में आने पे अपनी बचाव कैसे करे


म़ोब कण्ट्रोल के दौरान अकसर  देखा गया है की म़ोब कण्ट्रोल पार्टी के जवानों से म़ोब का अकसर टकराव हो जाता है! जहा पे म़ोब के आदमी अकसर पुलिस के साथ उलझ जाते है और कभी  पुलिस के लाठी या  तो  बॉडी प्रोटेक्टर पकड़ लेते है  और उसे  छिनने लगते है !
  
जरुर  पढ़े :आसू गैस के फायर के ऊपर असर डालने वाले तत्व और उसका निदान

यहा पे हम अपने अनुभव  सिखलाई के अनुसार बताने का कोसिस करुगा की  अपने आप को कैसे बचावा करे !इस पोस्ट में जितने भी पिक्चर इस्तेमाल किये  गए है सब गूगल या इन्टनेट से लिए गए है !
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 जैसे हम जानते है की लाठी  म़ोब कण्ट्रोल का सबसे कामयाब हथियार है दुसरो को मरने के साथ साथ अपने बचाव के  भी काम आते है ! लेकिन इसे अच्छी तरह से सिखलाये हुए तरीके से नहीं पकड़ा गया तो म़ोब इसे छीन के आप के खिलाफ भी इस्तेमाल कर सकता है इसलिए म़ोब कण्ट्रोल ड्यूटी के दौरान  लाठी को अच्छी तरह से पकडे !

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2.
 अगर म़ोब कण्ट्रोल के दौरान अगर म़ोब में से कोई आदमी बॉडी प्रोटेक्टर शील्ड को ऊपर वाला भाग को पकड लेता है तो वो जहा पकड़ा है वह जोर से मार के जोर से साउट करे "भागो भागो "

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3.
 अगर म़ोब कण्ट्रोल के दौरान अगर म़ोब से कोई आदमी आपके बॉडी प्रोटेक्टर के शील्ड के निचले हिस्सा को पकड़ ले उस स्तिथि में बचने के लिए शील्ड को ज़मीन पे दबा देना चाहिए और जो से साउट  करो !"भागो भागो "
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4.  आगर लाठी चलन पे भी पड़ा भीड़ के लोगो के ऊपर तो लाठी को कभी सीद्गे सर के ऊपर उठा के नहीं मरना चाहिए नहीं तो इस से म़ोब में जिसे भी लगेगा गहरा घाव कर सकता औरे ये जिसे लगेगा ओ आदमी मर भी सकता है जिसे आप ने मार है !
अगर कुछ  हुवा तब भी एसे लाठी उठाने से मीडिया में आपकी और  आपकी महकमे का नाम भी बदनाम होगा ! और जब  आप सीधे सर के ऊपर लाठी उठाते है उस समय आप की बॉडी टोटली एक्स्पोज  हो जाता है और कोई दूसरा  आप को मारे तो आपके पास कोई बचाव नहीं है! 

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इस प्रकार से म़ोब कण्ट्रोल के दौरान म़ोब के कांटेक्ट में आने पे अपनी बचाव, आप ऊपर बताई गई तरीके आपनाते है तो काफी हद तक आपकी बचाव हो सकती है !

म़ोब कण्ट्रोल के दौरान म़ोब के कांटेक्ट में आने पे अपनी बचाव कैसे करे से सम्बंधित पोस्ट समाप्त हुवा! उम्मीद है की यह आपको पसंद आएगा !अगर कोई सुझाव हो तो निचे के कमेंट बॉक्स में जरुर लिखे ! इस ब्लॉग को सब्सक्राइब और फेसबुक पेज लाइक करके हमलोगों को और प्रोतोसाहित करे !
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