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26 March 2017

मैप के प्रकार की विस्तृत जानकारी

 पिछले पोस्ट में हमने मैप के इतिहास और मैप के परिभाषा के बारे में जानकारी प्राप्त किये ! इस पोस्ट में हम मैप के प्रकार या क्लासिफिकेशन के बारे में विस्तृत जानकारी शेयर करेंगे !


मैप चाहे प्रशासनिक , सैनिक कार्यवाई, यातायात या संचार के हो सभी प्रकार के मैपो का बर्गीकरण दो आधार पे किया जाता है और ओ आधार है :
  1. स्केल के आधार पर (Scale ke adhar par)
  2. उद्देश्य के आधार पर (Uddeshy ke adhar par)
1. स्केल के आधार पर मैपो का प्रकार : स्केल के आधार पर मैप तीन प्रकार  के होते है

जरुर पढ़े :सर्विस प्रिज्मैटिक लिक्विड कम्पास mk-iii के 20 पार्ट्स और उनके काम
  • छोटी स्केल के मैप(chhoti scale ke map) : जिन मैपो पर जमीन की डिटेल्स के बीच के पड़े फासलों की साधारण से छोटी लम्बाई में दिखाया जाता है उन्हें छोटी स्केल के मैप कहते है !भारत में 1/500000और इससे ऊपर की छोटी स्केल के मैप इसी श्रेणी में आते है 

  • माध्यम स्केल के मैप(Madhya scale ki map) : जीन मैपो पर जमीन की डिटेल्स के बीच के पड़े फासलों की साधारण लम्बाई में दिखाया जाता है उन्हें मध्य स्केल के मैप कहते है ! भारत में 1/500000 से लेकर 1/100000तक के अनुपात के मैप मध्य स्केल में आते है 

  • बड़ी स्केल के मैप(Badi scale ki map) : जिन मैपो पर जमीन की डिटेल्स के बीच के पड़े फासलों को साधारण से बड़ी लम्बाई में दिखाया जाता है उन्हें बड़ी स्केल के मैप कहते है ! भारत में 1/100000और इससे कम अनुपात के जैसे 1/50000, 1/63360 और 1/25000 के बड़े मैप बड़ी स्केले के मैप की श्रेणी में आते है !

यह स्केल का  सिद्धांत सभी देशो में एक सामान नहीं है इसलिए ऊपर विशेष कर भर में जो स्केल फॉलो कियाजाता है उसी आधार बनाकर बर्गीकरण किया गया है !

2. उद्देश्य के आधार पर मैपो के प्रकार : इस आधार पे मैपो का तीन प्राकर होते है 
  1. सम्पूर्ण सूचना वाले मैप (Sampurn suchna wale map): इनमे हम उन मैपो के शामिल करते है जिन्हें बहुत बड़ी स्केल में बनाया जाता है ! जैसे प्लान मैप , फैक्ट्री मैप ,कैंप और डिपो  आदि का निर्माण का मैप ! हवाई जहाज से ली गई तस्वीर को जोड़ने से जो फोटो बनते है उन्हें भी सम्पूर्ण सुचना वाले मैपो के श्रेणी में रखते है ! ये मैप जमीन की वास्तविक तस्वीर तो होते है परन्तु जमीनी डिटेल्स को समझना बड़ा कठिन होता है !

  2. सम्बंधित सुचना वाले मैप(Sambandhit suchanwale map) : इन में उन मैपो को शामिल किया जाता है जिनमे उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए उससे सम्बंधित सामग्री को ही दिखाया जाता है ! इन मैपो को आगे हम पांच भागो में बाँट सकते है !
  • गाइड मैप(Guide map) : इन मैपो का उद्देश्य यात्रियों की दार्शनिक स्थानों पर जाने वाले एवं अन्य सम्बंधित रास्तो को दिखाना होता है ! इनमे रंगों के हलके और गढ़ेपन से भी अलग अलग रस्ते की बनावट को स्पस्ट किया जाता है !यात्रिओ के सुविधा के लिए सराय  , होटल तथा दिल्चास्प्य स्थानों को दिखाया जाता है !
  • जरुर पढ़े :कंपास को सेट करना तथा इस्तेमाल करने का तरीका
  •  रोड एवं रेल मैप(Road and rail map) : परवहन या दूर दूर जाने वालो की सुविधा के लिए सडको एवं रेलों के मैपो का निर्मद किया जाता है इनमे केवल मुख्य मुख्य सड़के रेल मार्ग ही दिखाए जाते है !

  • रिलीफ मैप : य मैप इस प्रकार के ठोस पदार्थ से बनाये जाते है की इनसे जमीन की बनावट की सही ज्ञान को जाये ! कुछ रिलीफ मैप कागज पर भिन्न भिन्न रंगों की मदद से भी बनाये जाते है ! सेना में इन मैपो के स्थान पे सैंड मॉडल का इस्तेमाल किया जाता है !

  • शिक्षा सम्बंधित मैप(Shikhsa sambandhit map) : इनका निर्माण स्कुल में विध्यार्थियो को भौगोलिक शिक्षा देने के लिए किया जाता है !इन मैपो में जलवायु , वर्षा , खनिज , उपज , उद्योग, बंदरगाह ,पर्वत  नदी , रेल सड़क वायु व जल मार्ग तथा प्रकृति भाग दिखाए जाते है !

  • रूप रेखा मैप (Rup rekha map): इन मैपो में प्रशाशन सम्बंधित सूचनाये देश की राजनैतिक बाँट या फौजी मुख्यालय की स्तिथि दिखाई जाती है ! इसमें केवल विषय और उद्देश्य से मतलब रखने वाले स्थान ही दिखाए जाते है !
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     3.  सिमित सुचनावाले  मैप (Simit suchnawale map): इन मैपो में न तो पूरी पूरी संगृह दिखाई जाती है न ही किसी उद्देश्य की पूर्ति होती है ! इनमे जमीन के सभी कुदरती व बनावती अंगो को किसी एक सीमा तक दिखने की कोशिस की जाती है !इनको दिखने में उन अंगो की प्रमुखता दी जाती है जिनका सम्बन्ध विषय से ज्यादा होता है ! ये  मैप  तीन प्रकार के होते है 
  • एटलस मैप(Atlas map) : ये बहुत छोटी स्केल के मैप होते है ! इन मैपो में पूरी पृथ्वी के किसी एक महाद्वीप या एक दुसरे देश को एक ही पृष्ठ पर दिखाया जाता है ! इनमे नदिया , पर्वतों और बड़े शहरो को एक साथ ही दिखाया जाता है !

  • टैक्टिकल मैप (Tectical map): ये गुप्त रखे जाते है और गुप्त सैनिक सूचनायो को प्रकट करते है ! इनका निर्माण फील्ड स्केच के मदद से किया जाता है ! एडवांस , अटैक, डिफेंस आदि के लिए अवस्था अनुसार बनाया जाता है !

  • टोपोग्राफिकल मैप (Topographical map): इन मैपो में जमीन के सभी संभव कुदरती भाग जैसे नदी, नाले, पहाड़, जंगले, आदि की बनावती चीजे जैसे सड़क, रेल, लाइन नहरे, बांध, कटाई , भराई , माकन यदि दिखाए जाते है ! हमारे देश में इन मैपो का निर्माण सर्वे बिभाग द्वारा किया जाता है ! इन्ही मैपो का सम्बन्ध मैप रीडिंग विषय से है !

इस प्रकार से यहाँ मैप के प्रकार और क्लासिफिकेशन से समबन्धित पोस्ट समाप्त हुई उम्मीद है की पोस्ट पसंद आएगा ! अगर कोई कमेंट हो तो निचे के कमेंट बॉक्स में जरुर लिखे ! इस ब्लॉग को सब्सक्राइब और फेसबुक पेज लाइक करके हमलोगों को प्रोतोसाहित करे !
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