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03 July 2016

नॉ-36 ग्रेनेड का खोलना जोड़ना और ग्रेनेड की चाल

पिछले पोस्ट में हमने हैण्ड ग्रेनेड के बेसिक डाटा (Hand Grenade ka basic data) के बारे में जानकारी शेयर किया इस पोस्ट में हम हैण्ड ग्रेनेड को खोलना जोड़ना, स्ट्राइकर  टेस्ट तथा हैण्ड ग्रेनेड के चाल (Grenade ko kholna, jodna aur grenade ka chal) के बारे में जानेगे !

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ग्रेनेड को काम में लाने से पहले उसका अच्छे से मुलाहिजा कर लेना चाहिए ताकि इस बात का इत्मिनान हो जाये की सभी हिस्से पुर्जे अच्छे से जुडे हुए है! मुलाहिजा करते समय इस बात का खास ध्यान दिया जाना चाहिए की  लीवर स्ट्राइकर के झिरी में अच्छी तरह से लगा हुआ है और बॉडी से ज़िदा बहार की तरफ तो नहीं निकला हुवा है , अगर निकला हुआ हो तो दबा देना चाहिए की अच्छी से बैठ जाए !




नंबर 36 ग्रेनेड को खोलना (No 36 grenade ka kholna):

  •  की(Key)  कि मदद से  से बसे प्लग खोलो .
  •  लीवर को  उन्ग्लिओं के निचे काबू में रखते हुए सेफ्टी पिन निकले 
  • ग्रेनेड के खुले हिस्से को बेल्ट या बूट की टे पर रखते हुए अहिस्ता से लीवर को आजाद कर दे !
  • इसके बाद स्ट्राइकर और स्प्रिंग को निकल का बहार रख दे !



नंबर 36 ग्रेनेड को जोड़ना(No 36 Grenade ko jodna) : ग्रेनेड में आमतौर पे ग्रीस लगी हुई रहती है इसलिए जोड़ने से पहले उसे अच्छी तरह से सफाई कर लेनी चाहिए ! ग्रेनेड दो भागो  में जोड़ा जाता है :
  1. स्ट्राइकर टेस्ट से पहले(Striker test se pahle) : स्ट्राइकर और स्प्रिंग को बिच वाली स्लीव में इस तरह रखो की स्ट्राइकर की झिरी ग्रेनेड के कंधो की तरफ हो ! स्ट्राइकर को राउंड या किसी नोक दर चीज़ की मदद से उप्पर की तरफ धकेलो और लीवर स्ट्राइकर की झिरी में लगाकर जोर से निचे दबाते हुए काबू में रखो !
  2. आखरी जोड़ या स्ट्राइकर टेस्ट के बाद (Aakhri jod ya striker test ke bad kajod): जब स्ट्राइकर टेस्ट सफल हो गया हो और ग्रेनेड को फाइनल जोड़ना है इस्तेमाल के लिए तो  ग्रेनेड को स्ट्राइकर टेस्ट से पीला जोड़ने क करवाई ऊपर बताई गई है वैसे करे और लीवर कोअंगुलियो के निचे काबू में रखते हुए और साथ ही फिलिंग स्क्रू को अपनी तरफ रखते हुए पिन को इस तरह  लगाओ  की जो जवान ग्रेनेड को दाहिने हाथ से फेकने वाला हो वो पिन को दाहिने से बाएँ को लगाएगा और जो बाएँ हाथ  से फेकने वाला हो ओ बाएँ  से दाहिने लगाएगा ! इसके बाद पिन की नोक को थोडा सा खोल दो , ज्यादा खोलने सेपिन की नोक को निकलना कठिन होगा ! आखिर में बेस प्लग को लगा दे ! 
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36 ग्रेनेड का स्ट्राइकर टेस्ट  क्या होता है(Grenade ka striker test kya hota hai) :  स्ट्राइकर टेस्ट का मतलब होता है की लीवर को टेस्ट क्या जाता है की और सही स्ट्राइक करता है की नहीं ! अगर स्ट्राइक अच्छी से नहीं कर रहा है तो ग्रेनेड फेकने के बाद नहीं फटेगा !

 स्ट्राइकर टेस्ट करने का तरीका(Striker test karne ka tarika) :  यकीं करे की कैप चैम्बर न लगा हो ! बेस प्लग को खोले और ग्रेनेड के खुले हुए सिरे को बेल्ट या जुते के  ऊपर  रखते हुए लीवर को आजाद कर दे ! यकीं करे की स्ट्राइकर जोर से निचे आता हो अगर ऐसा न हो तो ज़ाहिर है की सफाई अच्छी तरह से नहीं हुई है ! इस लिए ग्रेनेड को खोल कर फिर से सफाई की जाय और उसके बाद फिर स्ट्राइकर  टेस्ट किया जाय अगर स्ट्राइकर  जोर से निचे हिट करता है तो थक है नहीं तो ग्रेनेड की बदली की जाय शायद ग्रेनेड में कोई नुकश है !
No 36 Grenade
No 36 Grenade

36 ग्रेनेड की चाल(No 36 grenade ka chal) : जब पिन निकल कर ग्रेनेड को फेकते है तो स्ट्राइकर स्प्रिंग की मदद से काफी ताकत के साथ निचे दबाता है ! जैसे लीवर उड़कर एक तरफ दूर गिर जाता है ! स्ट्राइकर की लग .22 कैप पर जोर से चोट मरती है जिससे आग पैदा होती है ! ये आग कैप चैम्बर में बने हुए सुराख़ से होकर फुजे में लग जाती है जिससे फ्यूज अपने टाइम से जल कर  डिटोनेटर को आग देता है और डिटोनेटर धमाके के साथ फटता है ! डिटोनेटर के धमाके से ग्रेनेड के उंदर भरी हुए हाई एक्स्प्लोसिव में भी धमाका हो जाता है और ग्रेनेड जोर के धमाके के साथ फट जाता है ! इस प्रकार से ग्रेनेड काम करता है !



ये रही ग्रेनेड का खोलना जोड़ना और चाल इससे ज्यादा जानकारी के लिए इंडेक्स पेज मेजके अपना विषय चुन सकते है ! कोई सजेसन हो तो निचे कमेंट बॉक्स में जरुर लिखे 

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