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15 April 2016

वायरलेस कम्युनिकेशन प्रेसेड़ेंस और प्रोसीजर

इस पोस्ट में वायरलेस कम्युनिकेशन से रिलेटेड इन सब विषयों पे बात करेंगे ओ है आर टी  प्रोसीजर (RT Procedure), सिग्नल प्रोसीजर (Signal Procedure), यूनिकोड (unicode), मेसेज प्रिसीडेंस (message precedence) सिक्यूरिटी क्लासिफिकेशन ( security classification) इतियादी !


एक आदमी के सफलता के लिए  कम्युनिकेशन स्किल जितनी जरुरी होती है उससे भी कही  ज्यादा एक यूनिट की ऑपरेशन में सफलता उसके इफेक्टिव रेडियो कम्युनिकेशन और सही कम्यूनिकेटर के ऊपर निर्भर करती है! इसका मतलब कतई ये नहीं है की रेडियो प्रोसीजर , सिग्नल प्रोसीजर और प्रेसड़ेंस के बारे में केवल कम्यूनिकेटर ही जानकर हो बल्कि इसको इस्तेमाल सभी जवान से लेकर  अधिकारी तक को आनी चाहिए! सभी को ऑपरेशन में मल्टी टास्किंग होना पड़ता है ! 


मेसेज क्या है (Message)
ये सुचानाओ का सग्रह है जिसे एक तरतीब दिया हुवा रहता है !
मेसेज कितने तरह की होते है ? how many type of message? 
 ऐसे तो मेसेज तीन किस्म का होता है (i) फोर्मल मेसेज (ii) उन रजिस्टर्ड मेसेज (iii) सिग्नल सर्विस मेसेज !
सिग्नल प्रोसीजर Signal Procedure
इस मेसेज को पास करने के लिए एक सेट उप प्रोसीजर है जिसके कायम रखते हुवे मेसेज पास करते है और उसी  के अनुसार अपना रिकॉर्ड रखते है ! सिंगल  प्रोसीजर को शोर्ट फॉर्म में BAS के द्वारा भी परिभाषित करते है ! B- Bravety, A- Accuracy, S- Speed, इन तीनो को कायम रखते हुवे जब मेसेज को पास करते है तो उस प्रोसीजर को सिग्नल प्रोसीजर कहते है !

आर टी प्रोसीजर (RT Procedure)
एक और होता है आर टी प्रोसीजर (RT Procedure): वायरलेस पे बात करने के तरीको को आर टी प्रोसीजर कहते  है! इसी को फॉलो करते हुवे  मौखिक मेसेज को पास करते है ! इसमें ध्यान रखने वाली बाते  ये 4 है :
  1. रिथम(Rythm): मेस्सगे छोटे लफ्जो में हो और मतलब ठीक निकले ! बोने का तरीका ऐसा हो की  हर एक शब्द साफ साफ पढ़ा जा सके !
  2. स्पीड(Speed) : मेसेज पास करने की रफ़्तार मध्य दर्जे की हो ज्यादा या कम स्पीड का मेसेज समझ में नहीं आत है !
  3. वोलुम्स(Volumes) : एस्सगे पास करते हुवे द्या दिया जा की आवाज़ न ज्यादा धीमी हो और न ज्यादा उची ! मुह माइक के नजदीक हो लेकिंग्ज्यदा नजदीक भी न हो !
  4. पिच(Pitch) : मेसेज कर्कश आवाज़ के जगह थोड़ी मधुर आवाज में पास करे !
रेडियो कम्युनिकेशन की किस्म दो होती है (i) आर टी (रेडियो टेलीफोनी ): जिसमे बोल के मेसेज पास किया जाता है और (ii)करियर वेव्स (CW): इसमें मेसेज मोर्स कोड में पास किया जाता है !

What is message precedent ?

ऐसे तो सभी मेसेज  का आपना प्रायोरिटी होती है जिसे हम प्रिसीडेंस  कहते है  ! ये साधारणतः 6 प्रकार के होते है उनको दियेहुवे समय में पास करना रहता है !
  • फ़्लैश :                                       15 मिनट 
  • इमरजेंसी                                    45 मिनट 
  • ऑप्स इमीडियेट                          2 घंटे 
  • प्रायोरिटी                                     4 घंटे 
  • रूटीन                                          12-24 घंटे 
  • डेफर्ड                                            24 घंटे 
 सिक्यूरिटी क्लासिफिकेशन (Security Classification)
जैसे की मेसेज पास करने की प्रायोरिटी को प्रेसेड़ेंस कहते है उसी तरह से हरेक मेसेज का अपना एक क्लासिफिकेशन होता है की उसको सिक्योर करके रखना है या कौन कौन उस मेसेज को देख सकता है उस क्लासिफिकेशन को  सिक्यूरिटी क्लासिफिकेशन कहते है ये पांच तरह के होते है 
  1. टॉप सीक्रेट 
  2. सीक्रेट
  3. कांफिदेंसीयल 
  4. रिस्ट्रिक्टेड 
  5. उन-क्लासिफाइड 

नेट डिसिप्लिन
जैसे की रस्ते पे  सेफ  चलने या हवा में सुरक्षित उड़ने के लिए रोड डीसीप्लिन और एयर डीसीप्लिन की जरुरत होती है उसी प्रकार से सही और सुचारू रूप मेसेज  पास करने के नेट के ऊपर भी एक डिसिप्लिन होने वाली डिसिप्लिन को नेट डिसिप्लिन कहते है ! ये निम्न बातो पर निर्भर करती है :
  • कण्ट्रोल स्टेशन का हुक्म मन जाय 
  • सभी स्टेशन नंबर से जवाब दे 
  • मेसेज की प्रायोरिटी को ध्यान रखा जाय 
  • बिना नंबर का न बोला जाय !
यूनिकोड(Unicode)
यूनिकोड ऐसे तो यूनिकोड कंप्यूटर की भाषा में भी होता जिसे हम किसी उनिक कैरक्टर को दर्शाने के लिए इस्तेमाल करते है लेकिन यूनिफार्म फोर्सेज में उनिक कोड यूनिट लेबल पे बनाया हुवा कोड होते है  जिसके द्वारा ग्रिड रेफरेंस या मैप  रेफेंस को छुपाया जाता है !

ये कुछ बाते रही वायरलेस कम्युनिकेशन से , ऐसे से बहुत से तरह के कोड और प्रोसीजर होते है वायरलेस कम्युनिकेशन के! वायरलेस कम्युनिकेशन को किसी यूनिट का रीढ़ की हड्डी भी कहते है अगर ऑपरेशन के समय ये फेल  होगया या मेसेज लिक हो गया तो ऑपरेशन सफल नहीं हो सका है !

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