पिछले ब्लॉग पोस्ट में हमने टियर स्मोक तथा ग्रेनेड के बारे में जानकारी प्राप्त किये थे और अब इस नै पोस्ट में हम मैप रीडिंग में इस्तेमाल होने वाले एक बहुत ही महत्वपूर्ण यंत्र के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे जिसका नाम है सर्विस प्रोटेक्टर हा इस ब्लॉग पोस्ट में हम सर्विस प्रोटेक्टर के बरे में विस्तृत जानकारी प्राप्त करे गे(Map Reading : Service Protector and use of service protector in map reading saral shabdo me jankary) ! इस पोस्ट के आच्छी तरह से समझने के लिए हमने इसे निम्न भागो में बाँट दिया है ! 1. परिचय (Introduction) :
जब हमें जमीन पर किसी स्थान
की बेयरिंग पढ़नी होती है तो जमीन के बेअरिंग को तो कंपास से पढ़ लेते हैं परंतु किसी स्केच या
मैप पर बेअरिंग पढ़ने के लिए एक ऐसे पैमाना की आवश्यकता पड़ती
है जिससे दो निशानों के बीच की कोणात्मक दूरी नापी जा सके इसके लिए हमें सर्विस
प्रोटेक्टर नामक पैमाने की आवश्यकता पड़ती है।
2. परिभाषा(Definition):-
सर्विस प्रोटेक्टर
लकड़ी, धातु, हाथी दांत, गत्ते या प्लास्टिक का बना ऐसा पैमाना या यंत्र है जिसके द्वारा मैप
पर दो निशानों के बीच की बियररिंग नापी जाती है और बीयररिंग की रेखाएं खींची जाती
है।
3. सर्विस प्रोटेक्टर के प्रकार(Types of Service Protector):-
सर्विस प्रोटेक्टर
तीन प्रकार के होते हैं जो निम्न प्रकार है:
वृत्ताकार(Circular):-
वृत्ताकार सर्विस प्रोटेक्टर में जीरो डिग्री या 1 डिग्री से 360 डिग्री अंशो अर्थात डिग्रियों के निशान कटे रहते हैं। इसके मध्य में एक छेद किया होता है। इस में धागा डाल कर बिना लाइन खींचे दूर वाले निशान की बेरिंग भी पढ़ सकते हैं। इसका प्रयोग अधिकतर सपोर्टिंग यूनिट्स /सब यूनिट में किया जाता है। अर्थ वृत्ताकार(Semi Circular):-
यह अर्धवृत्त की शक्ल में होता है। इसका निचला भाग कुछ आयताकार होता है। वृत्ताकार वाले किनारे पर बाहर की तरफ बाएं से दाएं 0 से 180 तक एवं अंदर की तरफ भी बाएं से दाएं की ओर 180 से 360 तक अंक कटे रहते हैं! आयतकार भाग में 1/ 25000 और 1/63360 को स्केल गजो में और 1/25000 व 1/ 50000 की स्केल में बनी होती है!इसके साथ-साथ आयतकार वाले भारत के मध्य में एक छेद भी होता है जिसमें धागा डालकर निशान की सीधाई ले सकते हैं और बीच में एक तरफ 1/25000 व 1/50000 मीटर 1/63360 स्केल के रोमर मीटर्स में और दूसरी तरफ 1/25000 , 1/50000 और 1/63360 स्केल में मिल स्केल से रोमर भी बने होते है !यह भी सपोर्टिंग हथियार वाले यूनिट्स और सब यूनिट्स में प्रयोग में लाया जाता है !
आयताकार(Rectangular):-
आयताकार सर्विस प्रोटेक्टर 6 इंच लंबा और 2 इंच चौड़ा या 15 सेंटीमीटर लंबा और 5 सेंटीमीटर चौड़ा होता है। इसके एक तरफ बाहर की ओर बाएं से दाएं 0 से 180 के निशान वह अंदर की तरफ में भी बाएं से दाएं 181 से 360 तक के निशान कटे रहते हैं! 90 के निशान के सामने एक तीर का निशान बना होता है जिसको जीरो एज हैं। इसके ऊपर और दूसरी तरफ जो अन्य सूचनाएं दी होती है उसके आधार पर आयताकार सर्विस प्रोटेक्टर तीन प्रकार के होते हैं!
सर्विस प्रोटेक्टर 15 सेंटीमीटर 2A(Service Protector 15 cm 2A)
जैसे कि नाम 15 सेंटीमीटर 2A से जाहिर है इसकी लंबाई 15 सेंटीमीटर और चौड़ाई 5 सेंटीमीटर होती है। जिस तरफ डिग्रियों के निशान काटे होते हैं उसके नीचे की तरफ तीन दोहरी स्केल लाइन और दो सिंगल स्केल लाइन बनी होती है जिनकी प्राइमरी और सेकेंडरी भागों की बाट नीचे लिखी तालिका में दी गई है !
क्र.स.
|
स्केल
|
प्रिमारी डिवीज़न
|
सेकेंडरी डिवीज़न
|
1
|
1/25000
|
500 मीटर
|
100 मीटर
|
2.
|
1/250000
|
1 मील
|
¼ मील
|
3.
|
1/50000 ya
789 मील =1”
|
1 KM
1 मील
|
100 मीटर
¼ मील
|
4.
|
1/100000 ya
1578
मील =1”
|
1 KM
1 मील
|
100 मीटर
¼ मील
|
5
|
1/250000
3156 मील =1”
|
5 KM
1 मील
|
1 KM
¼ मील
|
इसके दूसरी तरफ 1/50000 की डायगोनल स्केल बनी होती है। इन के दोनों किनारों पर 1/50000,1/25000,1/100000 और 1/250000 के झूमर बने होते हैं। दोनों रूम रूम के बीच में 1"=1 मिल किया स्केल बनी होती है। बीच में खाली स्थानों पर इसका नाम व मार्क लिखा होता है।
सर्विस प्रोटेक्टर मार्क 3A(Service Protector Mark 3A):-
इसकी लंबाई 6 इंच और चौड़ाई 2 इंच होती है इसमें भी डिग्रियां उसी प्रकार कटी होती है जिस प्रकार सर्विस प्रोटेक्टर मार्क 2A में होती है। कुछ स्केल लाइन में बनी रहती हैं जिसका विवरण नीचे तालिका में दिया गया है।
क्र.स.
|
स्केल
|
प्रिमारी डिवीज़न
|
सेकेंडरी डिवीज़न
|
1
|
1/2000
.3156 मील
=1”
|
¼ मील
100 गज
(अंक 200 पर )
|
20 गज
|
2
|
1/10000
1.58 मील
|
1 मील
1000 गज
|
¼ मील
200 गज
|
डिग्री कटे वाले भाग को
दूसरी तरफ
|
1.
|
1”=1 मील
डायगोनल
|
1 मील
|
¼ मील
|
2.
|
½ मील= 1 मील
|
100 गज
हर 400 गज पर अंक
|
50 गज
|
3
|
1”=1 मील
|
100 गज
हर 200 गज पर अंक
|
50 गज
|
4
|
1/20000
|
100 मीटर
|
20 मीटर
|
6
|
1/10,0000
|
1 KM
|
50 मीटर
|
बाकी बचे बीच वाले भाग में इसका नाम 1 किलोमीटर बराबर 100 मीटर बराबर 1094 गज बराबर 0.6 21 मिल बराबर 5 बटा 8 मिल लिखा होता है !सर्विस प्रोटेक्टर मार्क 4(Service Protector Mark 4)
इसकी लंबाई भी मार्क 2a और मार्क 3 के बराबर होती है केवल अंतर इतना होता है कि इसके बीच में 4.5 इंच लंबा और ½ इंच चौड़ा या 11.2 सेंटीमीटर लंबा और और 1.2 सेंटीमीटर चौड़ा भाग कटा होता है। जिससे सर्विस प्रोटेक्टर के निचे की डिटेल दिखाई देती है ! इसमें स्केल लाइन बनी होती है वे इस प्रक्रार से होते है :
क्र.स.
|
स्केल
|
प्रिमारी डिवीज़न
|
सेकेंडरी डिवीज़न
|
1.
|
1/50,000
|
1000 मीटर
|
100 मीटर
|
2.
|
1/25,000
|
500 मीटर
|
50 व 20 मीटर
|
3
|
1/2,50,000
|
1 मील
|
¼ मील
|
4
|
1/ 2,50,000
|
5000 गज
|
100 गज, 200
गज
|
5
|
1/50,000
|
1000 गज
|
100 गज
|
6
|
1/20,000
|
500गज
|
100, 50 व 20 गज
|
इसके पिछले या दूसरी तरफ
|
1
|
1”= 1 मील
|
1000 गज
|
250 व 100 गज
|
2
|
¼”= 1 मील
|
1000 गज
|
250 व 100 गज
|
3
|
¼= 1 मील
|
1 मील
|
¼ मील
|
4
|
1/20,000
|
100 गज
|
20 गज
|
5
|
¼ “=1 मील
|
3000 मीटर
|
1000 मीटर
|
6
|
1”=1 मील
|
1000 मीटर
|
100 और 250 मीटर
|
सर्विस प्रोटेक्टर इस्तेमाल करने का तरीका(Method of using Service Protector):1. सर्विस प्रोटेक्टर काम में लाने से पहले यह जान लेना जरूरी है कि जिस
स्थान की बेयरिंग पढ़नी है वह उस निशान अर्थात जहां से बीयररिंग पढ़नी है । उससे
दाएं पूर्व में है या बाएं पश्चिम में है। अगर निशान पूर्व में हो तो सर्विस
प्रोटेक्टर तीर उस निशान की रेखा के साथ
रखकर डिग्री वाला भाग पूर्व की तरफ रखें। यदि निशान पश्चिम में हो तो तीर को निशान
पर रखकर सर्विस प्रोटेक्टर का डिग्रियों वाला भाग पश्चिम में रखेंगे। इस प्रकार से
सर्विस प्रोटेक्टर रखकर फिर उसका इस्तेमाल किया जाएगा।
सर्विस प्रोटेक्टर से बेअरिंग पढ़ना(Reading of bearing with the help of service protector):
सर्विस प्रोटेक्टर से बेयर इन पढ़ने की निम्न तीन विधियां हैं:-
1.लकीर खींच कर(By drawing line):
मैप या स्केच जिस पर एक निशान से दूसरे निशान की बेरिंग पढ़नी है उन दोनों को मैप या स्केच के ऊपर एक पतली रेखा खींच कर मिला देते हैं। यदि निशान ईस्टिंग रेखा के ऊपर है तो सर्विस प्रोटेक्टर को ईस्टिंग रेखा के साथ लाएंगे अगर वह इस ईस्टिंग लाइन से दूर हो तो निशान को मिलाने वाली रेखा जहां ईस्टिंग लाइन को काटती है वहां ऊपर बताए हुए तरीके से रखेंगे। सर्विस प्रोटेक्टर का डीग्री वाला भाग पूर्व में हो तो बाहर की तरफ वाली डिग्री अर्थात 0 से 180 डिग्री तक पढ़ेंगे। जो डिग्री दोनों निशानों को मिलाने वाली रेखा को काटे गी वह उस स्थान की बीयर इन होगी! इस विधि से मैप या स्केच पर निशानों को मिलाने वाली रेखाएं खींचते समय ख्याल रखा जाए कि यह हल्की पेंसिल से खींची जाए। जिससे कि इनको बाद में रबड़ से मिटाया जा सके!
2.बिना लकीर खींच कर(Without drawing line):
इस विधि से बेअरिंग नापने या पढ़ने के लिए किसी पतले कागज को मोड़कर दोनों निशानों से मिला कर रख देते हैं बाकी करवाई उसी प्रकार करते हैं जैसे कि लकीर खींच कर की जाती है! इस विधि में केवल अंतर इतना होता है कि लकीर का काम कागज करता है! इस विधि से वेयरिंग पढ़ने में मैप खराब होने का डर नहीं रहता है।
3.समानांतर रेखा खींच कर(By line parallel to
Easting line):
इस विधि से बेअरिंग पढ़ने के लिए जिस निशान से बेरिंग पढ़नी है उसके नजदीक वाली इस ईस्टिंग रेखा के समानांतर एक रेखा खींच लेते हैं फिर सर्विस प्रोटेक्टर का तीर का निशान के सामानांतर खींची गई रेखा के उस निशान पर लगाते हैं जिससे बेयरिंग पढ़नी है। बाकी पूरी करवाई उसी प्रकार है जिस प्रकार पहली विधि में बताया गया है।
सर्विस प्रोटेक्टर समांतर रेखाएं खींचने की विधियां(Method of drawing parallel line with service protector):
1.
सर्विस प्रोटेक्टर से मैप पर समांतर रेखाएं खींचने की निम्नलिखित
विधियां हैं:-
सर्विस प्रोटेक्टर हटाकर(By removing service protector):
जिस बिंदु पर समांतर रेखा खींचनी हो उस बिंदु के नजदीक वाली पूर्वी रेखा पर सर्विस प्रोटेक्टर का लंबाई वाला भाग रख दे। 1 फुट रुल लेकर चौड़ाई वाले भाग को स्पर्श करते हुए रख दें। सर्विस प्रोटेक्टर को निशान की तरफ इतना हटाए या हरकतें की सर्विस प्रोटेक्टर निशान को छुए। पेंसिल से एक रेखा खींच दे ! यह रेखा ईस्टिंग रेखा के समांतर होगी।
कोण बनाकर(By drawing angle)
कोण बनाकर समांतर रेखा खींचने के लिए निशान को नजदीक वाली पूर्वी रेखा से मिला दे! जहां पर सरल रेखा पूर्वी रेखा को काटती है उससे एक कोण बनेगा। अब उसी कोण के बराबर निशान पर एक और कोण बनाएं और रेखा खींचने। यह रेखा स्टिंग लाइन के समांतर होगी जैसे कि नीचे के चित्र में दिखाया गया है क, ख रेखा पूर्वी को विंदु ख पर कटती है जिससे कोण ग, ख, घ के बराबर क विंदु पर कोण च , क ,प बनाया और च , क को मिलाती हुई एक रेखा छ खिची जो पूर्वी रेखा के समनांतर होगी !
नाप कर(By measuring space from easting line):
इस विधि से प्रकार के जरिए सर्विस प्रोटेक्टर से नजदीक वाली इसस्टिंग रेखा से निशान तक की दूरी ज्ञात कर ली जाती है। फिर उसी दूरी पर ईस्टिंग रेखा से एक या दो बिंदु लगा देते हैं जो जो इसकी रेखा से सामान दूरी पर होंगे। बिंदु को मिलाते हुए एक रेखा खींच देंगे जो ईस्टिंग रेखा के समांतर होगी!
सर्विस प्रोटेक्टर और स्किल लाइने(Service Protector and scale line):-
पहले तीन प्रकार के आयताकार सर्विस प्रोटेक्टर से बनी स्केल लाइनों के बारे में बताया जा चुका है। इन लाइनों की मदद से हम बड़ी और छोटी स्केल लाइन भी बना सकते हैं। जिससेजिन अनुपात से स्केल को छोटा या बड़ा करना है उसी अनुपात से मिलो, किलोमीटर, गजो और मीटर्स को छोटा या बड़ा कर देते हैं और उसी अनुपात में प्राइमरी और सेकेंडरी भागों को भी छोटा या बड़ा कर देते हैं और उसी स्केल लाइन की लंबाई उतनी ही रहेगी जैसे 1 इंच = 1 मील की स्केल लाइन में प्राइमरी भाग 1000 और सेकेंडरी भाग 100 होता है! इसको छोटी कर देते हैं तो ½ इंच = 1 मील की लाइन में भी प्राइमरी भाग 2000 और सेकेंडरी भाग 200 दिखाएगा! यदि इसको और बढ़ा दे तो 2 इंच = 1 मील की स्केल में प्राइमरी भाग 500 और सेकेंडरी भाग 50 दिखाएगा।
सर्विस प्रोटेक्टर के उपयोग(Use of Service Protector
सर्विस प्रोटेक्टर के निम्नलिखित उपयोग है:-
·
इससे कई प्रकार की स्केल लाइनें बना सकते हैं।
·
बेअरिंग और बैक बेयरिंग को
एक साथ पढ़ सकते हैं।
·
इसकी सहायता से कोण बनाएं और
नापे जा सकते हैं!
·
इसकी सहायता से मैप पर जमीनी फैसला नापा जा सकता है।
·
6 इंच की लाइन खींच सकते हैं।
·
डायग्नल स्केल की सहायता से हम इंच या 1 सेंटीमीटर का 100 वां भाग तक नाप सकते हैं।
·
किसी निशान का 6 अंको का ग्रिड रिफरेन्स ज्ञात कर सकते हैं!
·
इसकी सहायता से नई स्केल लाइने बना सकते हैं।
·
360 डिग्री कब बेअरिंग पर पढ़ और प्लॉट किए जा सकते हैं।
·
मैप ऊपर समानांतर रेखाएं खींची जा सकती है!
·
डिग्री ऑफ स्लोप मालूम कर
सकते हैं।
सर्विस प्रोटेक्टर का इस्तेमाल के कुछ उदहारणSome example of use of service protector)
सर्विस प्रोटेक्टर के इस्तेमाल दिखने के लिए निचे के चित्र के अधर पर कुछ उदाहरन तौर पर सवाल हल करके दिखाए गये है !
सवाल
-1 एक कंपास वर्ग 1530 में स्थित किले से
ग्रिड रिफरेन्स 145304 पर स्थित एक पेड़ का बेअरिंग 263डिग्री
पड़ता है तो कम्पस की गलती बताये ?
हल :
वर्ग 1530 के किले से ग्रिड रिफरेन्स 145304 का
ग्रिड बेअरिंग २६० डिग्री है ! अतः मैग्नेटिक बेअरिंग
होगा 260- 5 डिग्री = 255 डिग्री परन्तु कंपास 263 डिग्री
पढ़ रहा है इसलिए कंपास की त्रुटी =263- 255 डिग्री=8 डिग्री
पश्चिम !
सवाल-2 एक
सही कम्पस वर्ग 1428 में स्थित ऊंचाई 735 से ग्रिड रिफरेन्स 159289 पर
रोड जंक्शन का बेअरिंग 88 डिग्री पढता है तो बताओ उस पहाड़ी पर कितना स्थानीय
चुम्बकीय आकर्षण है !
हल : ऊंचाई
735 से ग्रिड रिफरेन्स 159289 का
सही ग्रिड बेअरिंग 92 डिग्री है ! अतः चुम्बकीय बेअरिंग 92 – 5 डिग्री
= 87 डिग्री ! परन्तु सही कम्पस 88 डिग्री
पढ़ रहा है ! अतः स्थानीय चुम्बकीय आकर्षण = 88-87=1 डिग्री
पश्चिम !
सवाल-3
वर्ग 1630 में स्थित ऊंचाई 730 से ग्रिड रिफरेन्स 164296 पर
बने कुए का बेअरिंग एक कंपास 180 डिग्री पढता है तो
कंपास की गलती बताओ ?
हल :
ग्रिड रिफरेन्स 164296 पर बने कुए का ग्रिड बेअरिंग 186 डिग्री
है ! अतः : कंपास बेअरिंग 186-5 = 181 डिग्री
होगी परन्तु कंपास 180
डिग्री पढता है इसलिए कंपास की गलती = 181-180=1 डिग्री
पूर्व
निष्कर्ष(Conclusion)
जमीनी निशानों की बेअरिंग तो हम कंपास से ज्ञात करते है परन्तु जब हम जमीनी निशानों को मैप पर ज्ञात करते है या उनकी मदद से मैप कार्य करते है तो उस समय मैप के निशानों की बेअरिंग ज्ञात करने के लिए सर्विस प्रोटेक्टर की उतनी ही आवश्यकता होती है जितनी एक चालक को अपनी गाड़ी चलाने के लिए इधन की होती है ! अतः मैप रीडिंग की सिखलाई में सर्विस प्रोटेक्टर का होना बहुत जरुरी है जिसकी सहायता से मैप पर शीघ्र बेअरिंग पढ़े जा सके या प्लाट किये जा सके !