पिछले पोस्ट में हमने इंटीग्रेटेड वेपन ट्रेनिंग (IWT) चलाने का तरीका के बारे में हमने बात किये ! इस पोस्ट में हम ब्लो डीलेड ब्लो बैक कैसे काम करता है (Delayed Blow back kaise kaam karta hai)के बारे में जानेगे !
एक जवान को हथियार के चाल और उसके मेच्निस्म की जानकारी होनी चाहिए ताकि उस हथियार में पड़नेवाली किसी भी रोक के कारन को अच्छे से समझ सके और उसे दूर कर सके क्यों की हम जानते है की ऑपरेशन के दौरान जवान को खुद अकेले ही सभी करवाई करनी पड़ती है वह न तो अर्मोरेर होता है न ही कोई और बल्कि खुद ही उसे सभी प्रकार के रोको को दूर करके लड़ाई की लड़नी पड़ती है ! इस लिए जरुरी है की एक जवान अपने पर्सनल वेपन तथा जिस किसी भी हथियार को ओ इस्तेमाल कर रहा है उसके चाल और मैकेनिज्म के बार में जानकारी रखे !
जरुर पढ़े :7. 62 mm राइफल में पड़ने वाले रोके कौन कौन से है ?
जैसे की हम जानते है की ब्लो बैक निम्न तीन प्रकार के होता है :
इस सिद्धांत के सहायता से ब्लो बैक हथियारों में भी हाई पॉवर अम्मुनिसन का प्रयोग किया जा सकता है और ब्रीच ब्लाक का वजन काफी कम किआ जा सकता है ! इसमें हथियारों के ब्रीच ब्लाक में कुछ अतरिक्त सामान लगाकर ब्रीच ब्लाक के पीछे आने को उस समय तक रोकते है जब तक की बुलेट बैरल को न छोड़ दे !
एक जवान को हथियार के चाल और उसके मेच्निस्म की जानकारी होनी चाहिए ताकि उस हथियार में पड़नेवाली किसी भी रोक के कारन को अच्छे से समझ सके और उसे दूर कर सके क्यों की हम जानते है की ऑपरेशन के दौरान जवान को खुद अकेले ही सभी करवाई करनी पड़ती है वह न तो अर्मोरेर होता है न ही कोई और बल्कि खुद ही उसे सभी प्रकार के रोको को दूर करके लड़ाई की लड़नी पड़ती है ! इस लिए जरुरी है की एक जवान अपने पर्सनल वेपन तथा जिस किसी भी हथियार को ओ इस्तेमाल कर रहा है उसके चाल और मैकेनिज्म के बार में जानकारी रखे !
जरुर पढ़े :7. 62 mm राइफल में पड़ने वाले रोके कौन कौन से है ?
जैसे की हम जानते है की ब्लो बैक निम्न तीन प्रकार के होता है :
- साधारण ब्लो बेक (Simple blow back)
- ब्लो बेक विथ एपीआई(Blow Back with API)
- डिलेड ब्लो बैक (Delayed Blow Back)
इसमें से दो के बारे में हम पिछले पोस्ट में जान चुके है इसe इस पोस्ट में हम केवल डिलेड ब्लो बैक के बारे में जानेगे !
डिलेड ब्लो बैक कैसे काम करता है उदाहरण के साथ :
डिलेड ब्लो बैक कैसे काम करता है उदाहरण के साथ :
डीलेड ब्लो बैक |
उदहारणतः जर्मनी की 7.62 mm जी-3 राइफल ! इसमें ब्रीच ब्लाक की उपरी तथा निचली सतह पर दो रोलर लगते है जो की ब्रीच ब्लाक के हथियार के ब्रीच के अंतिम किनारा(Breech end) से जाकर लगने पर स्प्रिंग की ताकत से हथियार की बॉडी में बने खांचे (Recess) में जाकर फस जाते है ! राउंड फायर होने से बने गैस के पीछे ब्रीच ब्लाक तब तक रोककर रखता है , जब तक की यह स्प्रिंग लोडेड रोलर्स बॉडी के खांचो से बहार ना आ जाये ! इसी डीले के दौरान बुलेट को छोड़ देती है और मेचानिकल सेफ्टी बन जाती है !
इस प्रकार से डिलेड ब्लो बैक (Delayed Blow Back) से सम्बंधित संक्षिप्त पोस्ट समाप्त हुई ! उम्मीद है की ये पोस्ट आपको पसंद आएगा ! अगर इस पोस्ट से सम्बंधित कोई सुझाव होतो निचे के कमेंट बॉक्स में लिखे ! इस ब्लॉग सब्सक्राइब और फेसबुक पेज को लाइक कर के हमलोगों को प्रोतोसाहित करे और अच्छा पोस्ट लिखने के लिए !
इन्हें भी पढ़े :
- 9 mm कार्बाइन मचिन या सब मचिन गन का इतिहास और खुबिया
- 9mm कार्बाइन का टेक्नीकल डाटा -II
- 9 mm कार्बाइन मचिन का बेसिक टेक्नीकल डाटा -I
- 5.56 mm INSAS LMG का बेसिक डाटा और स्पेसिफिकेशन
- इंसास राइफल का पार्ट्स का नाम और खोलना जोड़ना
- इंसास राइफल के डेलाइट टेलीस्कोपिक और पैसिव साईट का डिटेल.
- AKM राइफल का बेसिक टेक्नीकल डाटा
- 7.62mm SLR के पार्ट्स का नाम और 7.62 mm SLRराइफल का चाल
- 7.62 mm MMG को खोलना और जोड़ने का तरीका
- 7.62 mm MMG को भरना और खाली करने का तरीका
- 7.62 mm MMG से फायर करने का तरीका
- 30 mm AGL का इतिहास और बेसिक टेक्निकल डाटा
- 84 mm राकेट लांचर के पार्ट्स का नाम और बेसिक टेक्निकल डाटा तथा विशेषताए
No comments:
Post a Comment