पिछले पोस्ट में हमने हथियार /राइफल काट्यूनिंग अप और स्टॉकिंग के बारे में जानकारी शेयर किये ! इस पोस्ट में हम 2”
मोर्टार का परिचय और उसकी विशेषताए क्या क्या है(2" Mortar ka parichay aur visheshtaye ttha iska khamia) उसके बारे में संक्षिप जानकारी
शेयर करेंगे !
जैसे की हम जानते है की 2” मोर्टार पैदल सेना का के महत्वपूर्ण हथियार है और पलटन में तोपखाने का कम करता है ! यह मजल द्वारा लोड किया जाता है और इसमें कोई भी ग्रूवेस नहीं होता है ! इससे पांच प्रकार के बम को फायर किआ जाता है !
जैसे की हम जानते है की 2” मोर्टार पैदल सेना का के महत्वपूर्ण हथियार है और पलटन में तोपखाने का कम करता है ! यह मजल द्वारा लोड किया जाता है और इसमें कोई भी ग्रूवेस नहीं होता है ! इससे पांच प्रकार के बम को फायर किआ जाता है !
2” मोर्टार का उत्पति(Origin of 2" Mortar)
2" Mortar |
मोर्टार का प्रयोग मोहम्मद-2 के समय में
1551 में किआ गया था ! ब्रिटिश आर्मी में 1936 में द्वितीय विश्व युद्ध के समय से
इस्तेमाल होने लगा तथा भारत बर्ष में सन 1939 में सर्व प्रथम प्रयोग किया गया !
2” मोर्टार दो प्रकार के होता है (Type of 2"Mortar)
विवरण
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मार्क-2
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मार्क-8
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वजन ब्रीच पिस सहित
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9 पौंड
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9 पौंड 2 औंस
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वजन बिना ब्रीच पिस
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5 पौंड
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5 पौंड
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लम्बाई ब्रीच सहित
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25.97 इंच
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26.44 इंच
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लम्बाई बिना ब्रीच पिस
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21 इंच
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21.37 इंच
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बैरल का व्यास कम से कम
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2.015 इंच
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2.015 इंच
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बैरल का व्यास ज्यादा से ज्यादा
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2.025 इंच
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2.025 इंच
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मजल वेलोसिटी
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240 इंच/सेकंड
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240 इंच/सेकंड
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फायर का रफ़्तार (धीमी)
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3 से 5 बम/ मिनट
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3 से 5 बम/ मिनट
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रेंज कम से कम
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200 यार्ड
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200 यार्ड
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रेंज ज्यादा से ज्यादा
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525 यार्ड
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525 यार्ड
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म़ार डालने का इलाका
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8 यार्ड चारो तरफ
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8 यार्ड चारो तरफ
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खतरनाक इलाका
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250 यार्ड चारो तरफ
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250 यार्ड चारो तरफ
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लड़ाई में सुरक्षा की हद
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150 यार्ड चारो तरफ
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150 यार्ड चारो तरफ
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2” मोर्टार की विशेषताए(Characteristics of 2" mortar) :
(a) सरलता (Simplicity)
- यह बहुत ही छोटा हथियार है जिसे खोलना जोड़ना, लेजाना और फायर करना आसान है !
- इसकी चाल आसान है और सिखलाई एवं फायर करना आसान है !
- कामौफ्लाज और कांसिल्मेंट आसान है !
- यह पहाड़ो के पीछे उच्ची आड़ व दर्ख यदि के पीछे से बहुत ही कारगर फायर कार सकता है
- टूटी फूटी जामिन में भी बहुत ही कारगर है !
(c) मोबिलिटी (Mobility)
- हलका वजन होने की वजह से कही भी आसानी से ले जाया जा सकता है और अल्टरनेटिव पोजीशन में बदलना आसान है
(d) लचीलापन (Flexibility)
- सरल बनावट होने की वजह से टारगेट की बदली करना सरल है और किसी भी दिशा में बहुत कम समय में फायर डाला जा सकता है !
- सरल बनावट और मजल लोडिंग के कारन रेट ऑफ़ फायर बहुत ही अधिक है !
- दुरुस्ती कम , जिससे ज्यादा बम का प्रयोग करना पड़ता है
- रेंज कम है
- दल दल वाले इलाके में फायर नहीं कर सकते है
- एरियल वेपन होने के कारन नुकता फायर नहीं किया जा सकता है !
टैक्टिकल एम्प्लॉयमेंट (Tactical
Employment)
2”
मोर्टार को पलटन का तोपखाना मन जाता है
अतः लड़ाई के दौरान (एडवांस, डिफेन्स और
अटैक) में इसका फायर बहुत ही कारगर साबित होता है ! एडवांस के दौरान छोटी मोटी
रूकावटो को दूर करने के लिए 2” मोर्टार का फिरे लिया जाता है ! डिफेन्स में डीऍफ़
टास्क बाँट कर फायर डलवाया जा सकता है ! हमले में हमलावर ट्रूप्स के कवरिंग फिरे
दिया जा सकता है !
इस प्रकार से 2" मोर्टार से सम्बंधित संक्षिप्त विवरण समाप्त हुई उम्मीद है पोस्ट पसंद आएगी अगर इस पोस्ट तथा इस ब्लॉग के बारे में कोई कमेंट या सुझाव हो तो निचे लिखे कमेन्ट बॉक्स में जरूर दे ! ब्लॉग को सब्सक्राइब और अपने दोस्तों के बिच भी फेसबुक के ऊपर शेयर कर हमलोगों को सपोर्ट करे
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