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14 June 2016

MR: मैप कितने प्रकार के होते है ?

पिछले पोस्ट में मैप को अच्छी तरह से समझने के लिए जानने वाली  15 बहरी जानकारियो को बारे में हम जानकारी हासिल किये ! इस पोस्ट में हम कितने प्रकार के मैप होते है और उनको अन्दर कौन कौन से माप आते है इसके बारे में जानकारी हासिल करेंगे !

जरुर पढ़े : मैप रीडिंग और मैप रीडिंग का महत्व




मैप के प्रकार(Map ke prakar) : मैप चाहे प्रशासनिक करवाई , सैनिक करवाई , यतायात या संचार के हो सभी प्रकार के मैप को बर्गीकरण दो अधार पर किया जाता है !


  1. स्केल के अधारपर (scale ke adhar pe map)
  2. उद्देश के अधार पर ( Uddeshy ke adhar pe map)
स्केल के अधार पर मैपों के प्रकार(Scale ke adhar pe map ka prakar) : स्केल के अधार पर मैप तीन  प्रकार के होता है !

  1. छोटी स्केल के मैप(Smal scale map) : जिन मैपों पर ज़मींन   के  5 लाख सेंटीमीटर या इससे ऊपर   का डिटेल मैप के 1 सेंटीमीटर के ऊपर दिखया जाता है उसे छोटी स्केल के माप कहते है ! मैप के ऊपर 1/500000 के द्वारा व्यक्त किया जाता है !
  2. माध्यम स्केल मैप(Medium scale map) : जिन मैपों पर ज़मींन   के  1 लाख सेंटीमीटर से लेकर  5 लाख सेंटीमीटर  तक    का डिटेल मैप के 1 सेंटीमीटर के ऊपर दिखया जाता है उसे माध्यम  स्केल के माप कहते है ! मैप के ऊपर 1/500000  से लेकर 1/100000 के द्वारा व्यक्त किया जाता है !
  3. बड़ी स्केल मैप(Big scale map) : जिन मैपों पर ज़मींन   के  1 लाख सेंटीमीटर  या इससे कम  का डिटेल मैप के 1 सेंटीमीटर के ऊपर दिखया जाता है उसे बड़ी  स्केल के मैप कहते है ! मैप के ऊपर 1/50000, 163360  और 1/25000  के द्वारा व्यक्त किया जाता है 


उद्देश्य के अधार पर मापों के प्रकार (Uddeshy ke adhar pe map ka prakar): इस अधर पे मैप का निम्न प्रकार होता है!

  1. सम्पूर्ण सुचना वाले मैप(Sampurn suchna wala map) : इनमे हम उन मैपो को रखते है जिन्हें हम बड़ी स्केल को सामिल करते है ! और किसी एरिया की पूर्ण जानकारी उसमे समेटने की कोशिश करते है ! ये मैप जमीन की वास्तविक तस्वीर को दर्शाता है ! 
  2. सम्बंधित सुचना वाले मैप(Sambandhit suchna wala map) :इस श्रेणी में ओ मैप आते है जो किसी खास उद्देश्य से बनाया गया ई और उसमे उस उद्देश्य से सम्बंधित जानकारिया दर्शाई जाती है !जैसे : (a) गाइड मैप(Guide map) :इन माप क उद्देश्य यात्री कि सी यात्रा विशेष की पूरी जानकारी देता है ! (b)रेल और रोड मैप(Rail and road map): परिवहन या दूर दराज जाने वाले सडक तथा रेल मार्क को दर्शया रहता है !(c)रिलीफ मैप(Relief map) : यह मैप ठोस पदार्थ के ऊपर बना होता है किसी एरिया विशेष की ज़मीनी बनावट को सही तरीके से दिखा जाता है जैसे : सैंड मॉडल मैप जो आर्म्ड फ़ोर्स ब्रीफिंग के लिए इस्तेमाल करते है !(d)एजुकेशनल मैप(Educational map) : ये मैप स्कूल में विद्यार्थियो को पढ़ने के लिए इस्तेमाल में लाया जाता है !(e )आउटलाइन मैप(Outline map) : इन मैपो में किसी एरिया का मुख्य मुख्य विन्दुओ को दर्शाया गया रहता है जैसे किसी सहर के सेंसेतिवे अरे कौन कौन सा है , मुख्य -मुख्य ऑफिस का लोकेशन कहा है और उसकी दुरी कितनी है इत्यादि !
  3. सिमित सुचना वाले मैप(Simit suchna wale map) : इन मैपों में ना तो पूरी पूरी जानकारी दिखाई जाती है न ही किसी उदेश्य ! की पूर्ति होती है ! इन में सभी कुदरती वह बनावती भागो को एक बनावती सीमा तक दिखने की कोशिश की जाती है ! जिनका सम्बन्ध विश्व से ज्यादा होता है ! ये निम्न प्रकार के होते है !
  • एटलस मैप(Atlas map): ये बहुत ही छोटी स्केल के मैप होते है ! इन मैपों में पूरी पृथ्वी  या किसी महाद्वीप या दुसरे देश को एक ही पेज पर प्रस्तुत किया जाता है !इसमें नदियो, पर्वतो और बड़े बड़े सहरो को एक साथ दिखाया जाता है !
  • टैक्टिकल मैप(Tactical map)  : ये गुप्त रखे जाते है और गुप्त सैनिक सूचनाओ को प्रकट करते है !इनका निर्माण फील्ड स्केच की मदद से किया जाता है !
  • टोपोग्राफिकल मैप(Topographical map) : इन मापों में ज़मीन के सभी कुदरती भाग जैसे नदी नाले, पहाड़ , जंगले आदि और बनावती चीज़े जैसे सड़क , रेल लाइन नहरे , आदि दिखाया जाता है !

इस प्रकार से हम मैप को दो ग्रुप और बहुत सारे  सब ग्रौपो में बाते होते है ! भारत में सरकारी मैपो को सर्वे ऑफ़ इंडिया बनता है ! उसके अनुमति के बिना कोई प्राइवेट पार्टी मैप नहिबना सकती !


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