पिछले पोस्ट में हम ड्रेस पाहनते समय देखनेवाली बातें के बारे में जानकारी शेयर किये , इस पोस्ट में हम सैलूट का महत्व और सैलूट कब और कैसे देना चाहिए के बारे में जानेगे !
जरुर पढ़े : यूनिफार्म का महत्व और पहनने का तरीका
यूनिफार्म फ़ोर्स के सभी जवान और ऑफिसर्स को सैलूट का महत्व जरुर समझना चाहिए ! सैलुट एक तरह से अपने सुपीरियर को ग्रीट करने का तरीका है न की अपने आप की निचे दिखने का ! सैलुट के द्वारा अपने अन्दर जो एक सीनियर के प्रति रेस्पेक्ट रहता है उसको हम बहार प्रकट करते है अनुशान के साथ सैलुट दे कर ! सैलूट साधारणतः दो अर्म्फोस सदस्यो के बिच ग्रीट करने का तरीका है !
सलूट का महत्व :
जबकोई अधिनस्त अधिकारी अपने से सीनियर अधिकारी से मिलता है तो उस सीनियर अधिकार को सलूट देना एक मैटर ऑफ़ डिसिप्लिन है जब की जूनियर के द्वारा दिया हुवा सलूट को रीटर्न सलूट देना सीनियर ऑफिसर का ड्यूटी है अगर जूनियर ऑफिसर किसी सीनियर ऑफिसर का सलूट नहीं देता है या सीनियर जुनिर के सलूट को री टर्न सलूट के दुवारा लौटता नही है तो यह एक अनुशाशन के खिलाफ है !
जरुर पढ़े :ड्रिल में आगे और पीछे कदम लेने का तरीका
पुलिस ड्रिल मैन्युअल के अनुसार अगर कोई जूनियर एक सलूट पदाधिकारी को सलूट नहीं करता है तो सलूट पदाधिकारी उस जूनियर को चेतावनी देकर जूनियर को सलूट के लिए बाध्य करसकता है अगर ओ सलूट पदाधिकारी ऐसा नहीं करता है अनुशाशन का उलंधन है ! इससे पता चलता है की सलूट देना और सलूट लेना एक आर्म्ड फ़ोर्स के सदस्य के लिए कितना महत्व रखता है ! कोई आर्म्ड फ़ोर्स के जवान कितना सही तरीके से और स्मार्टनेस के साथ सलूट करता है ये उसके ट्रेनिंग के ऊपर निर्भर करता है !
जरुर पढ़े: ड्रिल धीरे चल और थम का तरीका
ब्यूरो ऑफ़ पुलिस रिसर्च एंड डेवलपमेंट(BPR&D) के द्वारा जरी ड्रिल मैन्युअल(Drill manual) के अनुसार सलूट कब और किस तरह से देना चाहिए
जरुर पढ़े : यूनिफार्म का महत्व और पहनने का तरीका
यूनिफार्म फ़ोर्स के सभी जवान और ऑफिसर्स को सैलूट का महत्व जरुर समझना चाहिए ! सैलुट एक तरह से अपने सुपीरियर को ग्रीट करने का तरीका है न की अपने आप की निचे दिखने का ! सैलुट के द्वारा अपने अन्दर जो एक सीनियर के प्रति रेस्पेक्ट रहता है उसको हम बहार प्रकट करते है अनुशान के साथ सैलुट दे कर ! सैलूट साधारणतः दो अर्म्फोस सदस्यो के बिच ग्रीट करने का तरीका है !
Salute Image source: Goolge.com |
जबकोई अधिनस्त अधिकारी अपने से सीनियर अधिकारी से मिलता है तो उस सीनियर अधिकार को सलूट देना एक मैटर ऑफ़ डिसिप्लिन है जब की जूनियर के द्वारा दिया हुवा सलूट को रीटर्न सलूट देना सीनियर ऑफिसर का ड्यूटी है अगर जूनियर ऑफिसर किसी सीनियर ऑफिसर का सलूट नहीं देता है या सीनियर जुनिर के सलूट को री टर्न सलूट के दुवारा लौटता नही है तो यह एक अनुशाशन के खिलाफ है !
जरुर पढ़े :ड्रिल में आगे और पीछे कदम लेने का तरीका
पुलिस ड्रिल मैन्युअल के अनुसार अगर कोई जूनियर एक सलूट पदाधिकारी को सलूट नहीं करता है तो सलूट पदाधिकारी उस जूनियर को चेतावनी देकर जूनियर को सलूट के लिए बाध्य करसकता है अगर ओ सलूट पदाधिकारी ऐसा नहीं करता है अनुशाशन का उलंधन है ! इससे पता चलता है की सलूट देना और सलूट लेना एक आर्म्ड फ़ोर्स के सदस्य के लिए कितना महत्व रखता है ! कोई आर्म्ड फ़ोर्स के जवान कितना सही तरीके से और स्मार्टनेस के साथ सलूट करता है ये उसके ट्रेनिंग के ऊपर निर्भर करता है !
जरुर पढ़े: ड्रिल धीरे चल और थम का तरीका
ब्यूरो ऑफ़ पुलिस रिसर्च एंड डेवलपमेंट(BPR&D) के द्वारा जरी ड्रिल मैन्युअल(Drill manual) के अनुसार सलूट कब और किस तरह से देना चाहिए
- टोपी/कैप पहने होने पे
- सीनियर ऑफिसर को रिपोर्ट देते समय! या सीनियर ऑफिसर को कोई मेसेज पास करते समय : स्मार्टली मार्च करते हुए सीनियर ऑफिसर से दो कदम दूर थम की करवाई करे और सलूट दे ! मेसेज दे दिए या काम ख़त्म हो गया फिर सलूट करे और पीछे मुड की करवाई करे और मार्च करते हुए वह से चले जाये !
- अगर सीनियर ऑफिसर को कुछ देने या लेते वक्त करवाई ऐसे करे: स्मार्टली मार्च करते हुए सीनियर ऑफिसर से दो कदम दूर थम की करवाई करे और सलूट दे उसके बाद एक कदम आगे ले सामान ले /दे उसके बाद फिर एक कदम पीछे ले ! फिर सलूट करे और पीछे मुड की करवाई करे और मार्च करते हुए वह से चले जाये ! जरुर पढ़े : ड्रिल तेज चल और थम का तरीका
- सीनियर ऑफिसर के नजदीक से गुजरते वक्त : दाहिने या बाये सलूट की करवाई करे ! दाहिने या बाएं की सलूट की करवाई सीनियर ऑफिसर से तीन कदम पहले शुरु करे और सर दाहिने या बाये टर्न आर सलूट करे ! जब सीनियर ऑफिसर को क्रॉस कर जय तो सलूट को क्त करे.
- अगर कोई सीनियर ऑफिसर नजदीक से गुजर रहे हो तो नजदीक से गुजर रहे अधिकार की की तरफ फेस करके सावधान में खड़ा हो जाए और सलूट करे !
- अगर एक ग्रुप में खड़े है और कोई सीनियर ऑफिसर आ गए या पास से गुज रहा हो तो ग्रुप का सीनियर मोस्ट ग्रुप को सावधान करेगा और नजदीक से गुज रहे सीनियर अधिकारी की तरफ फेस कर के अकेले सलूट करेगा और बाकि ग्रुप के लोग सावधान में रहेंगें !
- बिना टोपी /कैप या सिविल्द्रेस में रहने पे सलूट के तरीके
- जब सीनियर ऑफिसर को रिपोर्ट करना हो और कैप/टोपी नहीं पहने हो या सिविल ड्रेस में हो तो सीनियर ऑफिसर के पास स्मार्टली मार्च करते हुए जाये और सावधान पोजीशन में खड़े हो जाये सलूट नहीं करेंगें !
- जब सिविल ड्रेस या बिना टोपी/कैप के साथ ड्रेस में अगर सीनियर ऑफिसर के नजदीक से गुज रहे है तो केवल दोनों हाथ को साइड में करके सीनियर ऑफिसर की तरफ गर्दन घुमा कर के बिना सलूट दिए पास हो जायेंगें !
- बिना टोपी या सिविल ड्रेस में हो तो सीनियर ऑफिसर से बात करते समय केवल सावधान में खड़ा होंगे सलूट नहीं दिया जायेगा !
- अगर कोई सीनियर ऑफिसर अगर ग्रुप के नजदीक से गुजरता है और ग्रुप बिना हेड गियर का है तो ग्रुप सीनियर ग्रुप को सावधान करवाएगा ! सलूट नहीं दी जाएगी !
- अगर सिविल ड्रेस में कोई टोपी या है ट पहने हो तो सीनियर ऑफिसर से मिल गए तो सबसे पहले हेड गियर को सर से उतारे और सावधान पोजीशन अख्तियार करे इस समय भी सलूट नहीं दिया जायेगा !
- सामान्य तौर पे सलूट देने का तरीका
- जब सीनियर ऑफिसर को दिन में पहली बार उनके ऑफिस में मिलने जा रहे है तो हेड ड्रेस में जाने चाहिए ! हेड ड्रेस लगा के उपर बताये हुवे तरीके से सलूट दे !
- अगर दिन में एक बार के बाद फिर से सीनियर ऑफिसर से मिलने उसके ऑफिस में जाते है तो बिना हेड गियर के भी जा सकते है !
- बिल्डिंग के बहार कभी भी बिना हेड गियर न जाये अगर ड्रेस में हैतो !
- इनसाइड ऑफिस, अगर सीनियर बैठने को बोलते है सबसे पहले हेड गियर को उतारे स्पेसिअली अगर पि कैप हो तो उसके बाद बैठे! कैप को कभी भी सीनियर के टेबल पे न रखे उसे अपने जांघ या कुर्सी पे रखे !जरुर पढ़े :यूनिफार्म पहनते समय देखनेवाली बातें
- सीनियर के ऑफिस से बहार जाते वक्त सबसे पहले कैप को पहने और सीनियर को सलूट देने के बाद ही ऑफिस से बहार जाये !
- मेस में जाने पे मेस के बहार हेड गियर को निकल कर बहार ही टांग दे उसके बाद मेस में घुसे !
- अगर अपने ऑफिस में भी बैठे हो तो हेड गियर निकल के बैठे !
- अधिकारी को कर्टसी के साथ सलूट को लेना और री टर्न करना चाहिए ! अगर दो या दो से ज्यादा अधिकारी हो तो सीनियर मोस्ट अधिकारी सलूट री टर्न करेंगे !
- घुड़सवारी करते समय अगर दोनों हाथ में लगाम है तो बिना हाथ छोड़े केवल लेफ्ट या राईट देख की करवाई करे !अगर एक हाथ में लगाम है तो दाहिने हाथ से सलूट करे !
- मोटर गाड़ी चलाते समय सलूट नहीं करेंगे ! लेकिंग अगर गाड़ी कड़ी हो तो सलूट जरुर करेंगे !
- अगर दाहिना हाथ टूट गया हो या ख़राब हो गया हो की सलूट नहीं किया जा सकता है तो बाये हाथ से सलूट किया जा सकता है !
जरुर पढ़े : सावधान पोजीशन से दाहिने बाएं मुड
इस प्रकार से हमे जाने सलूट का महत्व और सलूट करने का समय और तरीका
Download pdf version of When & how to salute and the importance of salute
sir din me ek officer ko kitne bar salute kiya jata hai koi bhi rank ka adhikari ho unko kitna bar salute karna hai iske liye ek post jarur kijiye
ReplyDeleteसर रात को सैल्यूट लागू है या नही
ReplyDeleteसर रात को सैल्यूट लागू है या नही
ReplyDelete