इस पोस्ट में दुरी असल से कम कब नजर आती है और असल से ज्यादा कब नजर आती है! फासले का अनुमान लगाने के क्या तरीके है! फील्डक्राफ्ट के इन सब विषयों को डिटेल में देखेंगे !
ऐसे तो आप जानते है की फील्ड क्राफ्ट की सिखलाई एक यूनिफार्म फ़ोर्स के जवान के लिए काफी अहमियत रखती है! ये अहमियत इस लिए रखती है की जरुरत नहीं है की यूनिफार्म फ़ोर्स के जवान को हमेश ग्रुप में ही ऑपरेशन करना पड़े! बहुत बार ऐसा होता है की जवान ऑपरेशन में तो ग्रुप में गया लेकिन एक्चुअल ऑपरेशन के समय उसे बहुत कुछ अपनी सुझबुझ और सिखलाई के अनुसार करना पड़ता है !
Judging Distance की अहमियत
फील्ड क्राफ्ट की सिखलाई में judging distance एक बहुत ही आहम विषय होता है ! judging distance की अहमियत इस लिए होती है की अगर क जवान को judging distance सही तरीके से आ रहा है तो वो सही distance पे अपने जातीय हथियार से फायर कर के दुश्मन को बर्बाद कर सकता है ! जैसे की अगर ओ एसएलआर राइफल के साथ छुपाव में पोजीशन लिया और ओ जनता है की उसकी हथियार का कारगर रेंज 300 मीटर है! तो judging distance के अप्लाई करते हुवे जब उसे लगेगा की दुश्मन 300 मीटर् के अन्दर आ गया है तो अपने हथियार से कारगर फायर कर उसे मार सकता है! अगर judging distance नहीं मालूम तो हो सकता है की अभी दुशमन दूर ही हो और ये अपने हथियार से फायर खोल दे जिससे दुश्मन मरेगा भी नहीं और जवान अपना और आपने ट्रूप्स का पोजीशन दुश्मन को एक्स्पोज कर दिया ! judging distance का और भी बहुत उपयोग है ऑपरेशन के दौरान !
फासला असल से कम कब नजर आता है ?
ऐसे तो आप जानते है की फील्ड क्राफ्ट की सिखलाई एक यूनिफार्म फ़ोर्स के जवान के लिए काफी अहमियत रखती है! ये अहमियत इस लिए रखती है की जरुरत नहीं है की यूनिफार्म फ़ोर्स के जवान को हमेश ग्रुप में ही ऑपरेशन करना पड़े! बहुत बार ऐसा होता है की जवान ऑपरेशन में तो ग्रुप में गया लेकिन एक्चुअल ऑपरेशन के समय उसे बहुत कुछ अपनी सुझबुझ और सिखलाई के अनुसार करना पड़ता है !
Judging Distance की अहमियत
फील्ड क्राफ्ट की सिखलाई में judging distance एक बहुत ही आहम विषय होता है ! judging distance की अहमियत इस लिए होती है की अगर क जवान को judging distance सही तरीके से आ रहा है तो वो सही distance पे अपने जातीय हथियार से फायर कर के दुश्मन को बर्बाद कर सकता है ! जैसे की अगर ओ एसएलआर राइफल के साथ छुपाव में पोजीशन लिया और ओ जनता है की उसकी हथियार का कारगर रेंज 300 मीटर है! तो judging distance के अप्लाई करते हुवे जब उसे लगेगा की दुश्मन 300 मीटर् के अन्दर आ गया है तो अपने हथियार से कारगर फायर कर उसे मार सकता है! अगर judging distance नहीं मालूम तो हो सकता है की अभी दुशमन दूर ही हो और ये अपने हथियार से फायर खोल दे जिससे दुश्मन मरेगा भी नहीं और जवान अपना और आपने ट्रूप्स का पोजीशन दुश्मन को एक्स्पोज कर दिया ! judging distance का और भी बहुत उपयोग है ऑपरेशन के दौरान !
फासला असल से कम कब नजर आता है ?
- अगर रौशनी तेज हो और सूरज देखने वाले के पीछे हो !
- निशान आस पास के निशानों से बड़ा हो !
- देखने वाले और निशान के बिच दबी हवी जमीं हो !
- निचे से ऊपर देखा जाय !
फासला असल से ज्यादा कब नजर आता है ?
- अगर रोशनी कम हो और सूरज देखने वाले के सामने हो !
- निशान आसपास के निशानों से छोटा हो !
- किसी तंग घटी या रस्ते से देखा जाय !
- लेट कर पोजीशन से देखा जाय !
- ऊपर से निचे को देखा जाय !
फासले को अनुमान लगाने के कौन कौन से तरीके है ?
6 तरीके है :
- इकाई का तरीका : यह जरुरी है की जवान को 100 गज तक फासले का अनुमान लगाना आता हो ! इस तरीके से 100 गज तक की निशानों की दुरी को 100 - 100 गज के हिस्सों में बटकर सही अनुमान लगा सकते है !
- दिखाई का तरीका : टारगेट का आकार तथा खाका देखकर फासले का अनुमान निम्न तरीके से लगा सकते है :
- 100 गज : एकदम साफ दिखाई देता है
- 200 गज : आदमी बिलकुल साफ नजर आता है !
- 250 गज : राइफल की फोरे साईट का ब्लेड/पोल एक निलिंग पोजीशन में बैठे जवान को कवर करता है
- 300 गज : चेहरा धुधला नजर आता है लेकिन पहचाना जा सकता है !
- 400 गज : चेहरा पहचानना मुश्किल होता है ! लेकिन ढांचा साफ नजर आता है ! राइफल का फोरे साईट का ब्लेड /पोल खड़े जवान को कवर कर लेता है !
- 500 गज : बदन कंधे से निचे पतला नजर आता है लेकिन हाथ पव का हरकत नजर आती है !
- 600 गज : सिर एक नुक्ता नजर आता है !
- ब्रकेटिंग का तरीका : 600 गज से अधिक का फासले का अनुमान लगाने के लिए किया जाता है ! देखने वाला एक निशान को अधिक से अधिक और कम से कम फासले का अनुमान लगता है फिर दोनों का औसत निकल ली जाती है ! अधिक से अधिक और काम से कम अनुमान लगायी गयी दूरी के बिच में 300 गज या उससे ज्यादा का फर्क होना चाहिए !
- की रेंज का तरीका : लम्बे फासले का अनुमान लगाने में बहुत मददगार होता है ! बिजली के खम्भे , टेलेफोन के खम्भे या मईल स्टोन की मदद से इसका अंदाजा लगाया जाता है !
- सेक्शन एवरेज : इसमें सेक्शन के पुरे जवानों को टारगेट का फासला का अनुमान लगाने को बोला जाता है और अभी जवानों द्वारा लगाये गए अंदाज को एक साथ जोड़ कर फिर उसका एवरेज निकल दिया जाता है ! असल से बहुत ज्यादा और बहुत कम बताने वाले जवानों का बताया हुवा दूरी इसमें सामिल नहीं करते है !
- आवाज़ का तरीका : हवा में आवाज का रफ़्तार ११२० फीट प्रति सेकंड है जबकि रौशनी का रफ्तार 1,86,000 मिल प्रति सेकंड है ! इसलिए लिएदुश्मन का हथियार का फ़्लैश को देखते है यदि देखने वाला एक सेकंड में चार तक गिनती की रफ़्तार से गिनती गिने उस फ़्लैश की आवाज़ सुनाई देने तक जितनी गिनती करता है उतने ही सौ गज पर टारगेट है !
फासले का अनुमान लगाने में कितनी माफ़ी गलती दी जाती है ?
- 300 गज तक 10% यानि अगर फासला 300 गज है तो 270 गज या 330 तक सही मन जाता है !
- 400 गज से 15%
ऐसे तो judging distance एक बहुत ही महत्वपूर्ण विषय है लेकिंन इसमें महारत हासिल करने के लिए प्रैक्टिस की बहुत जरुरी होती है ! एक कमांडर को चाहिए की कुछ कुछ अन्तराल पर सेक्शन या पलटन स्तर पर judging distance अ ओने मिनट्स ड्रिल रखना चाहिए !
Very knowledgeable script..
जवाब देंहटाएंRight
हटाएंधन्यवाद ऊपरोक्त ज्ञान बहुत ही आवश्यक है
जवाब देंहटाएं👍👍👍👍👍👍
जवाब देंहटाएंGood experience sir
जवाब देंहटाएंVery nice sir
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुंदर जानकारी श्रीमान कृपया नए नए हथियारों का अपडेट देते रहिये
जवाब देंहटाएंnyc
जवाब देंहटाएंnyc
जवाब देंहटाएंGreat sir... Really policeman. In is the best on google
जवाब देंहटाएंGood view ustad ..👌
जवाब देंहटाएंFasle ka anuman lagana is demo ka koi video hoga to send karo please
जवाब देंहटाएंNice
जवाब देंहटाएंVery nice easy to understand
जवाब देंहटाएंBahut achha jaankari mila
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